Tungnath Temple: भगवान शिव के पंचकेदारों में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट बुधवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ब्रह्म मुहुर्त पर दोपहर 11 बजकर 30 मिनट पर ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए। देश में चल रहे लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कपाटोद्घाटन में लगभग 20 लोग मौजूद रहे। बता दें कि यह मंदिर 3460 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और पंच केदारों में ही नहीं बल्कि विश्व में भगवान शिव का सबसे ऊंचाई पर स्थित मंदिर है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंदिर समिति के प्रबंधक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि मंदिर को चार क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। उन्होंने कहा कि कपाट खुलने के मौके पर चुनिंदा लोगों को ही मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है। इससे पूर्व मंगलवार को भूतनाथ मंदिर में श्रंगार, भोग और आरती के बाद सुबह 10 बजे चल उत्सव डोली ने धाम के लिए प्रस्थान किया।

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Trekkers की बन रहा है पहली पसंद (Tungnath Temple)
यह मंदिर धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ पर्यटकों की भी पहली पसंद बनता जा रहा है। समुद्रतल से 12000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर के प्राकृतिक नजारों को देखने के लिए यहां हर साल देशभर से हजारों पर्यटक बाबा तुंगनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। मान्यता है की इस मंदिर का निर्माण पाण्डवों द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया गया था, जो कुरुक्षेत्र में हुए नरसंहार की वजह से पाण्डवों से रुष्ट थे।
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