कोरोना काल मे कई लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा तो कई के बिजनेस चौपट हो गए। लेकिन कई ऐसे भी हैं जिन्होंने हिम्मत नही हारी और इस मौके को अवसर में बदल दिया। उन्हीं में से एक हैं 30 वर्षीय ईशान अग्रवाल, जिनकी COVID19 के दौरान नौकरी चली गयी थी। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी बल्कि अपने खाना बनाने के जुनून को अवसर में बदल दिया।
ऑस्ट्रेलिया में सालाना 20 लाख तक कमाने वाले ईशान शाम होते ही अपनी रॉयल एनफील्ड लेकर निकल पड़ते हैं राजपुर रोड ( Dehradun )। बाइक को सड़क किनारे खड़ा कर खोलते हैं बारबेक्यू स्टाल, जिसमे होती है छोटी सी रसोई और एक टेबल। कुछ देर बाद हवा में मटन कबाब की खुश्बू महकने लगती है जिसके बाद वह परोसने लगते हैं अपना फेमस बन-कबाब। अगर आप खाने के शौकीन हैं तो चले आइये इनके पास।
ऑस्ट्रेलियाई कॉफी फर्म में मार्केटिंग हेड रह चुके अग्रवाल सालाना 20 लाख रुपये के करीब कमा रहे थे। महामारी के कारण वह पिछले साल जुलाई में अपनी नौकरी खो बैठे। लेकिन इस पर अफसोस के बजाय उन्होंने बैग पैक किया और पहुंच गए अपने घर देहरादून। यहाँ उन्होंने अपने खाना पकाने के जुनून को अवसर में बदल दिया।
ईशान के द्वारा इजात की गई नई डिश को काफी तारीफ मिल रही है। उन्हें बचपन से की खाना बनाने में दिलचस्पी रही है। 2015 में वह उज्बेकिस्तान गए थे। वहाँ उन्होंने इस प्रकार का कबाब खाया जो स्वाद में भारत के कबाब जैसा था लेकिन उसमें मसाले अलग प्रकार के थे। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऐसा कॉम्बिनेशन बनाया जिससे लोग उनकी डिश की तरफ आकर्षित हो सके।
ईशान के करीबी दोस्त ने उनके इस काम के बारे में ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर की जिसमे वह कबाब बेच रहे हैं। उनके इस जज्बे को फ़िल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने सराहा और रीट्वीट भी किया।
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