Trishul: विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सबसे छोटी उम्र पर तिरंगा लहराने वाले भारतीय पर्वतारोही अर्जुन वाजपेई (Arjun Vajpai) अब सर्दियों में त्रिशूल पर्वत (Mt. Trishul) को फतह करने के सफर पर निकलने वाले हैं। जिसके लिए भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (IMF) ने सर्दियों की चढ़ाई अभियान के लिए युवा भारतीय अर्जुन वाजपेयी के नेतृत्व में पर्वतारोहियों के तीन सदस्यीय दल को अनुमति दे दी है।
बता दें कि 7210 मीटर हाइट की माउंट त्रिशूल हिमालय की तीन चोटियों के समूह का नाम है। जोकि उत्तराखंड राज्य के मध्य में बागेश्वर जिले के निकट है। पर्वत त्रिशूल पश्चिमी कुमाऊं में स्थित हैं।
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सर्दियों में करेंगे 23,709 फीट की चढ़ाई
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रह रहे पर्वतारोही अर्जुन वाजपेयी 28 जनवरी से तीन लोगों की टीम के साथ चढ़ाई शुरू करेंगे। वह बताते हैं कि वर्ष 1907 के बाद से 7000 ऊंचाई के इस पर्वत पर किसी ने चढ़ाई नहीं की है। वह इस पर्वत पर एल्पाइन स्टाइल में चढ़ाई करेंगे और कुछ ही हफ्तों में इसे पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। इस पर्वत पर कई जगह बर्फ और ग्लेशियर भी मौजूद हैं। मुख्य शिखर त्रिशूल-1 की ऊंचाई 7000 मीटर (22970 फीट) है। अभी तक किसी ने भी इस पीक को सर्दी के दिनों में नहीं चढ़ा है, और यही सबसे बड़ी चुनौती है। इस आरोहण के लिए उन्हें शुक्रवार को दिल्ली में भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (IMF) से झंडा मिल गया है जिसे वह त्रिशूल पर्वत पर फहराएंगे।
दुनिया के कई पर्वत कर चुके हैं फतह
अर्जुन बाजपेई इससे पहले दुनिया की कई नामी चोटियों पर सफल अपहरण कर चुके हैं जिसमें विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट, विश्व की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से, पांचवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट मकालू, चोटी मानसलु और 2018 में कंचनजंघा चोटी फतह पर तिरंगा लहरा चुके है।
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