भारतीय मोबाइल उपयोगकर्ताओं को जल्द ही अत्याधुनिक एवम तीव्र इंटरनेट स्पीड युक्त 5G सेवा का उपयोग करने का अवसर मिल सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार भारत की अग्रणी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी रिलायंस जियो अपनी स्वदेश निर्मित 5G तकनीक (5G Tech) का एडवांस टेस्ट कर रही है। जिओ का लक्ष्य इसी साल के दूसरी छमाही में अपनी 5G सेवाओं को शुरू करने का है। हालांकि इसके लिए कंपनी को 5G स्पेक्ट्रम की आवश्यकता होगी, जिसकी नीलामी प्रक्रिया केंद्र सरकार द्वारा इसी साल शुरू करने की उम्मीद है।
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हाल ही में इंडिया मोबाइल काँग्रेस (IMC) में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अम्बानी ने कहा था कि 2021 की दूसरी छमाही तक जिओ देश में निर्मित टेक्नोलॉजी से युक्त 5G सेवा शुरू करने वाली पहली कंपनी बन सकती है।
रिलायन्स ने हाल ही में एक वक्तव्य में कहा था कि कम्पनी द्वारा देश में ही विकसित 5G टेक्नोलॉजी (5G Tech) के द्वारा 1 Gbps से अधिक की स्पीड प्राप्त हुई। कम्पनी ने ये भी कहा की 5G से जुड़ी अन्य तकनीकें भी वे देश में ही विकसित कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि सरकार ने हाल ही में मार्च 2021 में स्पेक्ट्रम की नीलामी की घोषणा करी थी। हालांकि इस नीलामी में सिर्फ 4G बैंड्स को रखा गया है, जबकि 5G स्पेक्ट्रम बैंड (3,300 Mhz से 3,600 MHz ) को इसमें शामिल नही किया गया है।
5G मोबाइल फोन वायरलेस मोबाइल सेवा की पाँचवीं पीढ़ी है। सैद्धांतिक रूप से 5G नेटवर्क में इंटरनेट की गति 4G नेटवर्क से सौ गुना से भी ज्यादा हो सकती है। इस तकनीक के द्वारा 1 Gbps से भी अधिक की डाउनलोड स्पीड प्राप्त होगी।
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