Tourism minister : उत्तराखंड के चमोली जिले में प्राकृतिक आपदा ने रविवार को भारी तबाही मचाई। जिसमें रौठी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर गिर गया, इससे ऋषि गंगा नदी में विकराल बाढ़ आ गई और भारी तबाही मची। इस सैलाब में कई लोग बह गए, जिनमें से 28 के शव बरामद कर लिए गए हैं और 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। आपदा के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
इस आपदा के चलते आगामी चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं पर संशय बना हुआ है हालांकि इसे अब उत्तराखंड पर्यटन मंत्री ने दूर कर दिया है।
Tourism minister :पर्यटन सामान्य बनाए रखने के लिए प्रशासन तैयार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि चमोली त्रासदी के कारण चारधाम यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। धार्मिक स्थलों पर जाने के लिए आवश्यक सड़कों को जल्दी ही पूरी तरह से साफ कर दिया जाएगा। आसपास के इलाकों में धार्मिक पर्यटकों के ठहरने के लिए किसी तरह की समस्या न हो, इसके लिए भी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। चारधाम यात्रा शुरू होने में अभी लगभग दो महीने का समय है। तब तक रास्तों पर पड़ा मलबा हटा दिया जाएगा।
अति संवेदनशील न होने की अपील
सतपाल महाराज ने कहा कि चमोली त्रासदी जैसी घटनाओं से लोग बेहद संवेदनशील हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपील करते हैं कि लोग धैर्य बनाए रखें और एजेंसियों को लोगों की जानमाल बचाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अति संवेदनशील होने से चीजें ज्यादा खराब हो जाती हैं और इससे बचने की कोशिश करनी चाहिए।