Kedarnath: श्री केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को खोले जाने है। कपाट खुलने के दौरान मंदिर में मुख्य पुजारी सहित 16 लोग मौजूद होंगे। हालांकि इस बार ऊखीमठ से गौरीकुंड तक बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली को पैदल ना ले जाकर गाड़ी से ले जाया जाएगा। जिसके चलते श्रद्धालु रास्ते में बाबा केदार के दर्शन नहीं कर पाएंगे। इसके बाद गौरीकुंड से बाबा केदार की डोली कई फ़ीट ऊंचे हिमखंडों से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंचेगी।

DM रुद्रप्रयाग के आदेश पर केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग को खोलने के लिए पिछले दो महीनों से डीडीआरएफ के जवान और मजदूर काम पर जुटे हैं। पैदल मार्ग में कई जगहों पर 25 फ़ीट तक ऊंचे हिमखंडों को काटकर रास्ता बनाया गया है। अप्रैल के महीने में भी केदारनाथ मंदिर के परिसर के आसपास और रास्ते में लगभग पांच से सात फीट बर्फ मौजूद है।

जानकारी के अनुसार, वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन के मजदूरों द्वारा बीते कुछ दिनों से गौरीकुंड से लेकर सोनप्रयाग तक रास्ता साफ करने की जिम्मेदारी ली गयी थी। कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रभारी मनोज सेमवाल का कहना हैं, ‘केदारनाथ धाम के रास्ते में बर्फ सफाई का अभियान जारी है। अब मंदिर तक आदमियों और घोड़े खच्चरों का आना जाना संभव हो पा रहा है। साथ ही केदारनाथ धाम में बिजली की व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल रही है।’
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का कार्यक्रम

● 26 अप्रैल को बाबा केदारनाथ की डोली को उखीमठ से गौरीकुंड वाहन से ले जाया जाएगा।
● 27 अप्रैल को गौरीकुंड पैदल मार्ग से होते हुए डोली केदारनाथ धाम पहुंचेगी।
● 29 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर मेष लग्न में मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे
● मंदिर में मुख्य पुजारी समेत 16 लोग होंगे मौजूद
फ़ोटो साभार: केदारनाथ धाम (फेसबुक)