Home Stay: उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों की नैसर्गिक खूबसूरती हर साल लाखों पर्यटकों को देश दुनिया से आकर्षित करती है। हिमालय की गोद में बसे इस पहाड़ी राज्य की बर्फ से लबालब चोटियों, झील-झरने और तालों का मनोरम दृश्य देखते ही बनता है। ऐसे में राज्य में पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित करने के लिए सरकार ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम स्टे(Home Stay)योजना चलाई जा रही है। जिससे की स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अंतर्गत यह योजना चरणबद्ध तरीके से धरातल पर उतारी जाएगी।
इस योजना के तहत ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर के 2 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में होम स्टे बनाने के लिए सरकार की ओर से वित्तीय सहायता दी जा रही है। जहां इस योजना से सुदूरवर्ती इलाकों में स्थित स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलेगा। वहीं, इन दुर्गम क्षेत्रों में होमस्टे बनने से पर्यटकों को बेहतर आवासीय सुविधाएं मिलेंगी। योजना के अंतर्गत पारंपरिक पहाड़ी शैली में बने घरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
साहसिक विंग के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्विन पुंडीर के अनुसार दूसरे चरण में इन जनपदों के ट्रैकिंग सेंटर को इस योजना का लाभ मिलेगा:
● जनपद बागेश्वर के खाती ट्रैकिंग सेंटर में दऊ, जैकुनी व खाती गांव
● जनपद पिथौरागढ़ के सरमोली-सुरिंग ट्रैकिंग सेंटर में सरमोली सुरिंग, रिलकोट, मरतोली, मिलम
●चमोली के लोहाजंग ट्रैकिंग सेंटर में लोहाजंग, मुन्दोली, वॉक, कुलिंग, दिदिना, वाण, वलाण, हिमनी, घेस,
● उत्तरकाशी के हर्षिल व सांकरी ट्रैकिंग सेंटर में हर्षिल, गोरी, धराली, मुखवा, सांकरी सौड़, गगाड़, ओसला, कोट गांवों को अधिसूचित किया गया है।
वहीं, अभी तक पहले चरण में इन ट्रैकिंग सेंटरों को अधिसूचित किया गया है:
● उत्तरकाशी के अगोड़ा ट्रैकिंग सेंटर में अगोड़ा, भंकुली, गजोली, दासड़ा गांव
● उत्तरकाशी के नौगांव व टिहरी के घुत्तू ट्रैकिंग सेंटर में घुत्तू, रानीडाल, ऋषिधार, सत्याल, मल्ला मेहरगांव गांव
● तीसरे चरण में टिहरी जिले में दो, चमोली में एक, पिथौरागढ़ में दो व रूद्रप्रयाग जिले में एक ट्रैकिंग सेंटर अधिसूचित के लिए प्रस्तावित है।
यह भी पढ़े: Parakram Diwas: अब हर साल ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया जायेगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म दिवस