Hemkund Sahib: उच्च हिमालयी क्षेत्र में समुद्रतल से लगभग 3000 मीटर – 4800 मीटर तक की ऊंचाई पर खिलने वाले देवपुष्प ब्रह्मकमल से इन दिनों अटलाकोटी से लेकर हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग गुलजार हो रखा है। जो कि अब हेमकुंड जाने वाले यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
उत्तराखंड का ‘राज्य पुष्प ब्रह्मकमल’ 13 हजार फीट की ऊंचाई पर खिलता है। इन दिनों चमोली जिले में हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर अटलाकोटी से आगे पूरे यात्रा मार्ग पर देवपुष्प ब्रह्मकमल अपनी महक बिखेरे हैं। यहां आने वाले यात्री भी इन दिनों इन फूलों को देखकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। बता दें, ब्रह्मकमल जुलाई से लेकर सितंबर महीने के आखिर तक खिलते हैं। हेमकुंड यात्रा मार्ग पर ब्रह्मकमल के साथ अन्य प्रजाति के फूल भी खिले हुए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की खूबसूरती और भी निखर रही है।
भगवान शिव व माता पार्वती को ब्रह्मकमल अत्यंत प्रिय है और लोक मान्यता है कि, जिस घर में ब्रह्मकमल होता है वहां सांप नहीं आते। देवभूमि उत्तराखंड में हर वर्ष नंदाष्टमी के दिन लोकदेवी मां नंदा (पार्वती) को ब्रह्मकमल अर्पित किए जाने की परंपरा है।