उत्तराखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने बेहद कड़ा रुख अपना लिया है। प्रदेश में कई जमाती मौजूद हैं जो मेडिकल जांच कराने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। इसी सिलसिले में पुलिस महानिदेशक ने जमातियों को सोमवार तक आखरी मौका दिया है। यदि वह ऐसा नही करते हैं तो उनके ऊपर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज होगा।
प्रदेश में पिछले चार दिनों के भीतर 19 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। जिनमे ज्यादातर जमाती शामिल हैं। रविवार को पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने चेतावनी जारी कर कहा है, “छिपे हुए जमातियों के पास सोमवार को पुलिस के सामने आने का आखिरी मौका है। यदि उसके बाद कोई पकड़ा जाता है तो उस पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।”
पुलिस महानिदेशक ने आगे कहा कि यदि सोमवार के बाद जमातियों द्वारा संक्रमण फैला तो इसमें न केवल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, IPC की धाराओं में बल्कि हत्या के प्रयास में भी उनके विरुद्ध कर्यवाही होगी। और यदि उसके बाद किसी की गांव में या अन्य जगह उस संक्रमण की वजह से किसी की मृत्यु हो जाती है, तो हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। रविवार को यह संख्या 22 से 26 पहुंच गई, जिनमे एक युवक कालाढ़ूगी से और तीन लोग देहरादून से हैं। तीनों ही जमात में शामिल होकर लौटे थे। आप को बता दें प्रदेश में अब तक 26 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, जिनमे 19 जमाती हैं। इससे पहले हिमाचल के पुलिस महानिदेशक द्वारा जमातियों को इसी प्रकार की कड़ी चेतावनी जारी की गई है।
ट्रेनी आईएफएस की दूसरी रिपोर्ट आयी नेगेटिव-
देहरादून के दून अस्पताल में भर्ती एक ट्रेनी आईएफएस की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसके बाद अब अस्पताल प्रशासन ने ट्रेनी आईएफएस को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है।
देश मे कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 3500 के पार-
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 472 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3577 हो गई है। इनमें 3030 सक्रिय मामले हैं, 267 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और एक देश से बाहर जा चुका है। अब तक कोरोना वायरस से 83 लोगों की मौत हो चुकी है।