Coronavirus in Uttarakahnd: कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार की ओर से देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। इस दौरान स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, बाजार सभी बंद पड़े हैं। सरकार ने लॉकडाउन के ऐलान के बाद देश की जनता को घरों में ही रहने की अपील की थी। लेकिन दूसरे राज्यों में काम कर रहे लोग आज भी अपने घरों को जाना चाहते हैं। इन विकट परिस्थितियों में प्रशासन सभी का फुल बॉडी चेकअप कर उन्हें रवाना कर रही है।
इस बीच दिल्ली से बागेश्वर लौटे हरीश रावत ने एक वीडियो अपने फेसबुक एकाउंट में शेयर कर पहाड़ों की सुंदरता और महत्व का जिक्र किया। हरीश दिल्ली से 19 मार्च को अपने घर के लिए रवाना हुए और 20 मार्च को सबसे पहले हल्द्वानी स्तिथ सुशीला तिवारी अस्पताल में अपना फुल बॉडी चेकउप और 80 घंटे आइसोलेशन में रहने के बाद वह अपने घर के लिए रवाना हुए।
गाँव पहुंचे के बाद हरीश ने इस विकट परिस्थिति में अपने बुजुर्गों का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने पहाड़ों के बीच सुरक्षित जगह पर आशियाना बनाया। वीडियो में उन्होंने कहा, “जब हम शहरों में रहते हैं तब हम यह सोचते थे कि हमारे माता-पिता ने हमारे लिए कुछ नहीं किया, गाँव में रहे, कौन रहेगा इन जंगलों में। और आज जब मौत आयी तो हम अपने गाँव चले गए।”
वीडियो में हरीश ने आगे कहा, “अपने बुजुर्गों को धन्यवाद कहना चाहेंगे जिन्होंने हमारे लिए एक छोटा सा मकान बना के रखा है, इटलीस्ट जब हमे कोई दिक्कत, बीमारी या इस तरह की महामारी आये तो हम अपने गाँव तो आ सकते हैं कम से कम।” उन्होंने लोगों से अपील की है कि जो लोग शहरों में रहते हैं वे अपने सुंदर गाँव को कभी न छोड़ें।
देश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि देश में अब तक कोविड-19 के 979 मामले है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अब तक देश में कोरोना वायरस से 979 लोग संक्रमित है। इनमें से 25 लोगों की मौत हो चुकी है।