उत्तराखंड में 31 मार्च को लॉकडाउन में 13 घंटे की मिली छूट को वापस ले लिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 28 मार्च को घोषणा की थी कि राज्य में फंसे लोगों को एक जिले से दूसरे जिले तक पहुंचने के लिए 31 मार्च को 13 घंटे की छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि 31 मार्च की सुबह सात बजे से लेकर रात आठ बजे तक बसों और निजी वाहनों को अनुमति दी जाएगी।
रविवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आदेश जारी कर कहा, “केंद्र के दिशानिर्देशों के बाद उत्तराखंड में 31 मार्च को अंतर जनपदीय परिवहन सेवा खुली रहने का आदेश वापस लिया जाता है। आप लोग जहां हैं, वहीं पर सुरक्षित रहें। आपको हुई असुविधा के लिए क्षमा चाहता हूं।”
लॉकडाउन के दौरान सभी श्रमिकों को मिलेगी पूरी तनख्वाह-
DG Law & Order अशोक कुमार ने समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित कर कहा है कि गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्गत आदेश के अनुसार लॉकडाउन के दौरान सभी मालिकों द्वारा अपने श्रमिकों को पूरी तनख्वाह दी जाएगी। साथ ही जितने भी छात्र एवं श्रमिक जिस भी मकान मालिक के वहां रह रहे थे उनको वहां से जबरदस्ती खाली नहीं कराया जाएगा। जो भी मालिक या मकान मालिक इनका उल्लंघन करेगा उनके विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जाए।
दूसरी तरफ राज्य में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या अब बढ़कर सात हो गई है। देहरादून के सैन्य अस्पताल में भर्ती एक मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। 47 वर्षीय व्यक्ति सेना में सूबेदार है और वह राजस्थान का रहने वाला है। 26 मार्च को उसे सैन्य अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालांकि सात में से तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ अमिता उप्रेती ने बताया कि सैन्य अस्पताल में भर्ती 45 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना जैसे लक्षण दिखने के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान ही कुछ दिन पूर्व बीमार का सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी लैब भेजा गया। जिसकी रिपोर्ट रविवार को पॉजीटिव आई है। आज 27 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली है। इसमें से 26 रिपोर्ट नेगेटिव जबकि एक पॉजिटिव पाई गई है।