आज प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर केदारनाथ धाम के कपाट पूरे विधि विधान के साथ खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के समय धाम में पुजारी समेत 16 लोग उपस्थित थे। कपाट खोलने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया है। हालांकि, इस बार श्रद्धालुओं के जलसे के बिना ही बाबा केदार के कपाट खोले दिए गए हैं।
कोरोना महामारी के चलते इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब बाबा केदार की उत्सव डोली यात्रा के कार्यक्रम में बदलाव किया गया और डोली को एक दिन पहले ही सीधा केदारनाथ धाम पहुँचा दिया गया। बता दें कि इस बार कपाट खुलने के दौरान श्रद्धालुओं की मौजूदगी नहीं रही।



केदारनाथ की डोली दूसरी बार गाड़ी से पहुंची
बाबा केदारनाथ की डोली को उखीमठ से गौरीकुंड तक गाड़ी से लाया गया। यह दूसरा मौका था जब डोली को आधे से ज्यादा रास्ते गाड़ी में लाया गया। इससे पहले देश में इमरजेंसी के वक्त ऐसा किया गया था।
चारधाम यात्रा तय नहीं
कोरोना की वजह से देशभर में जारी लॉकडाउन का असर चारधाम यात्रा पर भी देखने को मिलेगा। यात्रा होगी या नहीं, इस पर फैसला अब तक नहीं हो सका है। वहीं कपाट के खुलने को लेकर भी विवाद था और सरकार ने कपाट खुलने की तिथि को आगे बढ़ाने को भी कहा था। लेकिन रावल और हकहकूकधारियों की एक बैठक में पहले से तय तारीख पर ही पट खोलने का फैसला लिया गया। वहीं, बद्रीनाथ के कपाट पहले जहां 30 अप्रैल को खुलने थे, जिसे सरकार द्वारा अब बदलकर 15 मई कर दिया गया है।