Ankita Bhandari Murder Case: बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को एक साल पूरा हो चुका है और अभी तक अंकिता के हत्यारों को सजा नहीं मिली। उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी की जघन्य हत्या की बरसी पर राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में प्रदेश के कई राजनीतिक संगठनों के सैंकड़ों लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर अंकिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
अंकिता भंडारी हत्याकांड को आज 18 सितंबर को एक साल पूरा हो चुका है। एक साल बाद भी परिजनों के लिए इंसाफ अधूरा है। वहीं अब अंकिता भंडारी के नाम पर सियासत भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने अंकिता भंडारी की याद में कॉलेज का नाम रखने की घोषणा की। सरकार ने पौड़ी जनपद के डोभ श्रीकोट राजकीय नर्सिंग कॉलेज का नाम अंकिता भंडारी के नाम पर करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार परिजनों के साथ खड़ी है लेकिन वहीं दूसरी और राजधानी की सड़कों पर अंकित को इंसाफ और वीआईपी का नाम सार्वजनिक करने की मांगे उठ रही है।
हमारी सरकार ने राजकीय नर्सिंग कॉलेज डोभ (श्रीकोट) का नाम दिवंगत बेटी अंकिता भण्डारी के नाम पर रखे जाने का निर्णय लिया है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 16, 2023
हम बेटी अंकिता के परिजनों के साथ खड़े हैं और प्रदेश की हर बेटी का सम्मान और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु संकल्पबद्ध हैं।
दरअसल, आज अंकिता की बरसी पर राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड से निकले झूलूस में तमाम राजनीतिक संगठनों के साथ अन्य लोगों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए नारेबाजी की। साथ ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि, आखिर क्यों अभी तक VIP का नाम सार्वजनिक नहीं हो रहा है और कब तक उस मासूम बेटी के बुजुर्ग माता-पिता को कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ेंगे। आखिर किस दिन पहाड़ की बेटी को इंसाफ मिलेगा। अंकिता के परिजनों के साथ आज जनता के बीच भारी आक्रोश देख़ने को मिला।