Mobile fever clinic : कोरोना संकट के बीच, देश भर में 3 मई तक लॉक डाउन है। सरकार की ओर से जरूरतमंदों लोगों की मदद की जा रही है। अब मंगलुरु में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम ने एक बस को मोबाइल फीवर क्लिनिक में बदल दिया है। यह क्लिनिक कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है। इस बस को कल यानी बुधवार को हरी झंडी दिखा गई ।
कर्नाटक ऐसा पहला राज्य है जहां कोरोना से पहली मौत हुई थी। इस बीमारी का अब तक कोई कारगर इलाज नहीं खोजा जा सका है। कोरोना से अब तक देश में 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाने की वजह से सभी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। सामाजिक दूरी को बनाए रखने और मास्क लगाने पर बार-बार जोर दिया जा रहा है। 3 मई तक तालाबंदी के कारण देश के हर कोने में अलग-अलग लोग फंसे हुए हैं। सरकार द्वारा लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।