Ganges River : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर मे लॉकडाउन जारी है। इस दौरान लोग अपने घरों में कैद हैं और सड़कों में जंगली जानवरों की आवजाही देखी जा रही है। पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर जानवरों के सैकड़ों वायरल वीडियो देखे जा सकते हैं।
ऐसा ही एक शानदार वीडियो सामने आया है जिसमे डॉल्फिन के जोड़े को गंगा नदी में देखा जा सकता है।इस वाइरल क्लिप में एक मीठे पानी की डॉल्फिन नस्ल ‘गंगा नदी डॉल्फिन’ देखी गयी है। यह डॉल्फिन की एक लुप्तप्राय नस्ल है, जिसे मेरठ में गंगा में देखा गया। इस क्लिप को भारतीय वन सेवा (IFS) के अधिकारी आकाश दीप बधावन ने ट्विटर के माध्यम से साझा किया। वीडियो में डॉल्फ़िन के एक जोड़े को गंगा में तैरते और आनंद लेते हुए देखा गया। हालांकि, बधावन ने यह नहीं बताया कि उनके द्वारा वीडियो कब शूट किया गया है।
Ganges River : हमारे राष्ट्रीय जलीय जानवर, जो कभी गंगा-ब्रह्मपुत्र-मेघना नदी में रहते थे…
DYK?
— Akash Deep Badhawan, IFS (@aakashbadhawan) April 27, 2020
Ganges River Dolphin, our National Aquatic Animal once lived in the Ganga-Brahmaputra-Meghna river system is now endangered. They live in fresh water and are practically blind, with small slits as eyes.
Was fortunate to spot these in Ganges in Meerut. pic.twitter.com/BKMj8LqaIi
IFS अधिकारी आकाश दीप बधावन ने वीडियो के कैप्शन में लिखा, “गंगा नदी डॉल्फिन, हमारे राष्ट्रीय जलीय जानवर, जो कभी गंगा-ब्रह्मपुत्र-मेघना नदी में रहते थे, अब लुप्तप्राय है। ये ताजे पानी में रहती हैं, आंखों के रूप में छोटे स्लिट्स रहते हैं और नेत्रहीन हैं। मेरठ में गंगा में इनको देखने का सौभाग्य मिला।”
बधावन ने आगे लिखा, “आधिकारिक रूप से 1801 में खोजा गया ये जीव लगभग अंधे ही होते हैं, और देखने के लिए इनके पास छोटे छिद्र होते हैं। वे आसपास के क्षेत्र में अन्य मछलियों के शिकार करने के लिए अल्ट्रासोनिक ध्वनियों का उपयोग करती हैं। आमतौर पर अकेले पाए जाने वाले ये जंतु, कभी-कभी छोटे समूहों में भी पाए जाते हैं, विशेष कर कि माँ और बच्चे।”
Officially discovered in 1801, these creatures are practically blind, with small slits for eyes. They hunt using ultrasonic sounds to track other fishes in the vicinity. Usually solo, sometimes they are found in small groups, especially Mother and calf.
— Akash Deep Badhawan, IFS (@aakashbadhawan) April 27, 2020
मीठे पानी की ‘गंगा नदी डॉल्फ़िन’ मछली लंबे नोकदार मुंह वाली होती है। इसके ऊपरी तथा निचले जबड़ों में दांत दिखाई देते हैं। इनकी आंखें में लेंस नहीं होते हैं। इसलिए ये केवल प्रकाश की दिशा के मुताबिक कार्य करती हैं। डॉल्फ़िन मछलियां सबस्ट्रेट की दिशा में एक पंख के साथ तैरती हैं और झींगे तथा छोटी मछलियों को निगलने के लिए गहराई में जाती हैं।