Delhi Police: जब दक्षिणी दिल्ली में भटी खानों के पास एक आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) के साथ तैनात पुलिस कर्मियों को सोमवार को एक गर्भवती रुकैया को अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए कॉल आया, तो उनके पास प्रसव के लिए महिला को मेडिकल सेंटर ले जाने के लिए मुश्किल से आधे घंटे का समय था।पुलिस से मदद मांगने से पहले, गर्भवती महिला के पति ने कई बार एम्बुलेंस के लिए फोन किया लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला।
आपको बता दें, Delhi Police की टीम बच्चे की डिलीवरी होने से पहले रुकैया को अस्पताल ले जाने में सफल रही। EVR में तैनात पुलिस कर्मी ने बताया की “यह हमारे लिए समय के खिलाफ एक दौड़ थी। महिला के पति के कई बार कॉल आए हुए थे। हमें उसे स्ट्रेचर पर वाहन में सावधानी से उठाकर पीछे की सीट पर लेटना पड़ा। हमने मदद के लिए एक महिला सहयोगी को भी बुलाया था। जिसने हॉस्पिटल पहुंचने तक गर्भवती महिला के पास बैठकर उसे ढाढस बंधाये रखा “
लॉकडाउन के बाद, अब तक पुलिस कंट्रोल रूम हजारों की संख्या में दिल्लीवासियों के लिए डिफ़ॉल्ट विकल्प बन गया है, जो कि मेडिकल इमरजेंसी जैसे श्रम पीड़ा के मामलों में एंबुलेंस ना आने पर कई बार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचा चुकी है। Delhi Police ईआरवी अब तक 139 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल स्थानांतरित कर चुकी है
अकेले शुक्रवार को, ऐसे 18 मामलों में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गर्भवती महिलाओं की मदद की। पुलिस का कहना है कि वह यह कोशिश कर रही है कि कोई भी कॉल खाली ना जाए।