Uttarkashi cloudburst: उत्तरकाशी में देर रात को कई स्थानों पर भारी बरसात और बादल फटने की घटना सामने आई हैं। रात करीब ढाई और तीन बजे के बीच जनपद पुरोला, बडकोट के नंदगांव और उप तहसील धौंतरी क्षेत्र में अतिवृष्टि और बदल फटने की घटना सामने आयी है। बता दें गंगनानी में भूस्खलन का मलबा आने के कारण एक टूरिस्ट रिजॉर्ट के कुछ कॉटेज क्षतिग्रस्त हुए। वहीं यमुनोत्री घाटी में रातभर मूसलाधार बारिश के चलते यमुना नदी और नाले भी उफान पर हैं। यमुनोत्री हाईवे पर जगह-जगह मलबा आने से आवाजाही भी बंद है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में जहां बादल फटने और जगह-जगह मलबा आने से आवाजाही पूर्ण रूप से बंद है। वहीं देर रात तहसील पुरोला, बडकोट और उप तहसील धौंतरी क्षेत्र में अतिवृष्टि होने से सड़क, रास्ते, पैदल-पुलिया, खेत-खलियान और मकान दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिसके बाद पुरोला तहसील क्षेत्र के जिलाधिकारी ‘अभिषेक रुहेला’ ने शनिवार को अवकाश घोषित कर दिया है।
रात भर से हो रही बारिश के कारण गंगनानी के पास यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर काफी मलबा और पत्थर आ गए हैं।वहीं एक टूरिस्ट रिजॉर्ट के कुछ कॉटेज भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। साथ ही कैम्प निर्वाणा नामक एक रिजोर्ट को भी भारी नुकसान हुआ है। लगातार जारी बारिश के कारण कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भी जलजभराव हो गया। राहत कार्य के लिए राज्य आपदा मोचन बल और अग्निशमन विभाग की एक-एक टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। जिन्होंने स्कूली बच्चों को रात के ही समय सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अतिवृष्टि के कारण पुरोला, बड़कोट सहित जिले के 80 गांवों में विधुत आपूर्ति ठप है। जबकि यमुनोत्री हाईवे सात स्थानों पर बाधित है।

पुरोला के छाड़ा खड्ड में भी बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ है। धान के रोपे खेतों में भारी भूकटाव हुआ है। इससे आवासीय भवनों को खतरा है। शनिवार सुबह प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। यहां सड़क पर खड़े वाहन भी मलबे में दबे हैं। वहीं धौंतरी गांव के समीप भारी भू-धंसाव होने से कुछ घरों में मलबा घुसा है।