Haridwar: शनिवार को सावन की शिवरात्रि की धूम हर तरफ देखी जा रही है। शिवालयों पर शिव भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। हर हर महादेव व बोल बम के जयकारे की गूंज हर तरफ सुनाई दे रही है। सुबह से ही देशभर के शिवालयों में भक्तों का रैला दिखाई दे रहा है। वहीं धर्मनगरी हरिद्वार में भी भक्तों कुछ ऐसा ही सूंदर नजारा देखने को मिला।
धर्मनगरी हरिद्वार में दक्षेस्वर मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां पूरे सावन के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। सावन के सोमवार की रौनक देखने लायक है। मंदिर में महिलाएं, पुरुष, बच्चे सभी मंदिर में पहुंचकर जलाभिषेक कर रहे हैं। तेरस यानी शिवरात्रि पर यहां कांवड़ियों का जत्था पूजन-अर्चन के लिए उमड़ पड़ा है ।
गंगा नदी तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी दिखाई दी। बोल बम के जयकारे के बीच सभी नदी से जल भर कर अपने क्षेत्र शिवालयों की ओर रवाना हुए । शिव मंदिरों पर पहुंचकर जलाभिषेक करने का जो सिलसिला शुरू हुआ, उसका क्रम लगातार जारी है।
श्रावण मास के तेरस को ‘साव की शिवरात्रि’ भी कहा जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने से पुण्य मिलता है। इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। और यह भी मान्यता है की सावन की शिवरात्रि में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से कुंवारी कन्याओं को मनोवांछित वर प्राप्त होता है।