उत्तराखंड के चमोली में बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध होने से हजारों तीर्थयात्री पड़ावों पर फंस गए हैं। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली। वहीं हाईवे अवरुद्ध होने से बदरीनाथ बद्रीनाथ धाम की यात्रा भी पूरे दिन ठप रही।
मानसून का आगमन होते ही पहाड़ों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। ऊंची चट्टान वर्तीय पहाड़ियों में अक्सर हल्की सी बरसात से भूस्खलन हो जाता है, जिसकी वजह से आए दिन हाइवे मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं। बुधवार को देर रात से हो रही बारिश के चलते बृहस्पतिवार को करीब सुबह पांच बजे छिनका में पहाड़ी से भारी मात्रा में भूस्खलन होने से बदरीनाथ हाईवे मार्ग बाधित हो गया। जिससे दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई l
देर तक बाधित रहा हाइवे
भूस्खलन के बाद लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण एनएचआईडीसीएल की जेसीबी मशीनें मार्ग से मलबा हटाने का काम भी शुरू नहीं कर पाईं। जिसकी वजह से स्थानीय निवासियों के साथ यात्रियों को मलबा हटने का लम्बे समय तक इन्तजार करना पड़ा l
फिर बन्द करना पड़ा हाइवे
कड़ी मशक्कत के बाद करीब तीन बजे हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को शुरू करा गया। लेकिन फिर पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण पुनः शाम पांच बजे वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया जो करीब साढ़े छह बजे तक ही सुचारू हो पाया, जिससे सभी यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय निवासी अपने गंतव्य की और निकले, लेकिन लगातार जारी बारिश से आज सुबह फिर पहाड़ी से मलबा गिरने से हाईवे पुनः बाधित हो गया।