देश में लोकर डाउन के चलते जहां लोग घरों के अंदर बंद है, वहीं बाहर प्रकृति ने अपने असली रंग दिखाना शुरू कर दिए हैं। देश का अलग-अलग कोनों में इसका उदाहरण देखने को मिल रहा है। पंजाब के जालंधर से 20 सालों में पहली बार हिमाचल की धौलाधार रेंज दिखती है, तो दूसरी ओर राजधानी दिल्ली में यमुना का पानी स्वच्छ नजर आता है। इसी बीच उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश में भी गंगा का पानी एकदम साफ नजर आ रहा है। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में भी फरवरी महीने की तुलना में प्रदूषण में 50 फ़ीसदी कमी आई है।
#WATCH Uttarakhand: Water quality of river Ganga in Haridwar improves as Har Ki Pauri Ghat is shut and industries are closed amid #CoronavirusLockdown. pic.twitter.com/0CnQ5P8aGM
— ANI (@ANI) April 5, 2020
गंगा नदी को साफ करने के लिए ना जाने कितने करोड़ों रुपए और दर्जनों परियोजनाएं बीते दशकों में बहा दी मगर कभी वो नतीजा सामने नहीं आ पाया जो लॉकडाउन के इन 20 दिनों में नजर आ रहा है। हरिद्वार में गंगा नदी का पानी इतना साफ है कि नदी के नीचे की सतह बिल्कुल स्पष्ट दिख रही है।
#haridwar #Ganga like it was forty years ago pic.twitter.com/DgTfiPeUI2
— Dr. Sujay Shad (@drSujayShad) April 10, 2020
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पर्यावरण वैज्ञानिक और गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर बीडी जोशी ने बताया कि बहुत समय बाद हरिद्वार में गंगा नदी का पानी आचमन योग्य हुआ है।
Hari ki Pauri before and after lockdown. Holy Ganga flows much cleaner in Haridwar as industrial discharge remains low amidst the lockdown. Jai Maa Gange#TeamLostTemples @LostTemple7 pic.twitter.com/CrVwIuoMe3
— Vertigo_Warrior (@VertigoWarrior) April 11, 2020
लॉकडाउन के दौरान गंगा का पानी कितना साफ हुआ है ये देखने के लिए उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) ने देवप्रयाग से लेकर हरिद्वार तक गंगा के पानी का सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया है। इन सैंपल का रिजल्ट सामने आने के बाद ही पता चल पाएगा कि गंगा के पानी में कितने फीसदी सुधार हुआ है।