दिल्ली में आयोजित हुए तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से 24 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इतनी बड़ी मात्रा में जमात में मौजूद लोगों में संक्रमण की पुष्टि से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। तब्लीगी जमात के मरकज पर करीब 1800 से ज्यादा लोग शामिल हुए, जिनमें 281 विदेशी नागरिकों समेत 19 प्रदेशों के 1830 लोग शामिल हुए थेे।
अब तक 1033 लोग यहां से निकाले जा चुके हैं। 334 लोगों को अस्पतालों में भेजा जा चुका है और 700 को क्वारंटीन सेंटर में भेजा गया है। इनके संपर्क में आए 1600 लोगों को पुलिस तलाश रही है। इसके अलावा मरकज में शामिल हुए 6 लोगों की तेलंगाना में सोमवार को मौत हो गई।
उत्तराखंड से करीब 34 लोग तबलीगी जमात में शामिल-
हरिद्वार जिले से दिल्ली के मरकज में 11 लोग शामिल हुए थे, इनमें से 10 भगवानपुर क्षेत्र से हैं, जो ग्राम डाडा जलालपुर के रहने वाले हैं। और एक मंगलोर का रहने वाला है। बाकी राज्य के अन्य जिलों के बताए जा रहे हैं। इन सभी की लोकेशन फिलहाल दिल्ली ही बताई गई है।
उत्तराखंड प्रशासन कार्यक्रम में शामिल हुए भी लोगों के बारे में जानकारी जुटाने में लगा है। वहीं रानीखेत से भी चार लोग गए थे। पुलिस ने सभी का दोबारा मेडिकल कराकर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन सेंटर भेज दिया है, मेडिकल रिपोर्ट में सभी स्वस्थ बताये जा रहे हैं।
तबलीगी जमात की तरफ से प्रेस स्टेटमेंट में कहा गया कि तब्लीग-ए-जमात 100 साल से पुरानी संस्था है, जिसका हेडक्वार्टर दिल्ली की बस्ती निज़ामुद्दीन में है। यहां देश से लेकर विदेशी लोग लगातार सालों भर आते रहते हैं। ये सिलसिला लगातार चलता है जिसमें लोग दो दिन, पांच दिन या 40 दिन के लिए आते हैं। लोग मरकज में ही रहते हैं और यहीं से तबलीगी का काम करते है।