Badrinath: प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ते जा रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है, हालांकि अबतक 5 मरीज पूरे तरीके से रिकवर कर चुके हैं। कोरोना महामारी की मार का सीधा असर इस बार चारधाम यात्रा पर भी पड़ रहा है। बद्रीनाथ धाम में कपाट खुलने से पहले होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। लेकिन मंदिर के कपाट निर्धारित तिथि और समय पर ही खोले जाएंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने हैं। प्रत्येक वर्ष बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले कुछ धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिसे देखने के लिए भक्त देश विदेश से सैकड़ों की तादाद में पहुंचते हैं। इस वर्ष ‘देव पुजाई समिति’ ने फैसला लिया है कि वे इन धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं करेंगे, लेकिन पौराणिक परंपराओं का ध्यान में रखते हुए बिना भक्तों के ही पुजारी मंदिर में पूजा करेंगे।
Badrinath: नहीं होंगे तिमुंड्या और गरुड़छाड़ मेले
प्रत्येक वर्ष भगवान विष्णु के परमधाम श्री बद्रीनाथ धाम (Shri Badrinath Dham) के कपाट खुलने से पहले चमोली जिले के जोशीमठ में नृसिंह मंदिर में पौराणिक तिमुंड्या मेले का आयोजन होता है।
कपाट खुलने के दो दिन पहले गरुड़छाड़ मेले का भी आयोजन होता है। इस दिन से ही बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने का श्रीगणेश हो जाता है। लेकिन इस बार इन पौराणिक मेलों का आयोजन नहीं होगा।
देव पुजाई समिति के अध्यक्ष व बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि लॉकडाउन के कारण इस बार बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया गया है। बदरीनाथ धाम के कपाट अपने नियत दिन व समय खोले जाएंगे और कुछ ही लोगों की उपस्थिति में धार्मिक पूजा-पाठ होगी।
दूसरी स्टेज में पहुंच गया संक्रमण
उत्तराखंड में जमातियो ने राज्य के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है। बुधवार को चार और लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित के कुल 35 मामले हो गए हैं। कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ने से प्रदेश में संक्रमण दूसरी स्टेज में पहुंच गया है।