दुनियाभर में कोरोना वायरस लगातार अपना कहर बरपा रहा है। ऐसे में इसके बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मिस इंग्लैंड रह चुकी भारतीय मूल की मॉडल भाषा मुखर्जी (Miss England Bhasha Mukherjee) ने अपने ताज को किनारे कर एक बार फिर डॉक्टर के रूप में काम करने का फैसला किया है। उन्होंने दिसंबर 2019 में मिस इंग्लैंड बनने के बाद इस पेशे को अलविदा कह दिया था।
स्नातक की है दो-दो डिग्री
आपको बता दें कि भाषा मुखर्जी मिस इंग्लैंड बनने से पहले बोस्टन के एक अस्पताल में जूनियर डॉक्टर थीं। डर्बी की रहने वाली 23 वर्षीय भाषा के पास स्नातक की दो दो डिग्री हैं। नॉटिंघम यूनिवर्सिटी से मेडिकल साइंस के साथ उन्होंने मेडिसिन और सर्जरी में भी स्नातक किया है। वह पांच भाषाएं, हिन्दी, अंग्रेजी, बांग्ला, जर्मन और फ्रेंच बोल सकती हैं।
भारत में जन्मीं भाषा नौ साल की उम्र में वह अपने माता-पिता के साथ इंग्लैंड पहुंच गई थीं और उसके बाद उनका परिवार वहीं सेटल हो गया था। कोरोनावायरस से इस जंग में सभी लोग एक साथ काम कर रहे हैं।
Miss England Bhasha Mukherjee: चैरिटी से जुड़ीं रहीं
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, कोलकाता में जन्म लेने वाली भाषा मुखर्जी साल 2019 में मिस इंग्लैंड बनी थीं। हालांकि, ताज जीतने के बाद वह कई सारे चैरिटी से जुड़े कार्यों की एंबेस्डर के रूप में काम कर रही हैं और इस वजह से उन्हें विश्वभर में कई जगहों पर घूमना पड़ता है हालांकि, वक्त की नजाकत को देखते हुए वह लोगों की मदद के लिए आगे आई हैं और एक बार फिर डॉक्टर बन लोगों की सेवा कर रही हैं। भाषा फ़िलहाल विदेश से लौटने की वजह से 15 दिनों के लिए क्वारंटीन हैं। इसके बाद वो काम शुरू कर सकती हैं।