गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल वीरता पुरस्कारों का ऐलान होता है। इसी कड़ी में IAF के स्क्वाड्रन लीडर विवेक गैरोला को वायु सेना मेडल से नवाजा जाएगा। बता दें कि उन्होंने पिछले वर्ष जून 2020 में एक मिशन में वायुसेना ईंधन भरने के दौरान अपने एसयू -30 एमकेआई (Su-30MKI) फाइटर प्लेन को नाजुक स्थिति से सुरक्षित बाहर लाने और इसे सुरक्षित वापस उतारा था। जिसके के लिए उन्हें वायु सेना पदक (गैलेंट्री) से सम्मानित किया जा रहा है।
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Squadron Leader Vivek Gairola (in file pic) conferred the Vayu Sena Medal (Gallantry) for safely bringing out his Su-30MKI fighter plane from a critical situation during mid-air refuelling and landing it back safely during a mission in June last year. pic.twitter.com/5PukxeViaY
— ANI (@ANI) January 25, 2021
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीरता पुरस्कारों का ऐलान किया। इस बार 455 सशस्त्र बलों के जवानों और अन्य लोगों को इन सम्मान से सम्मानित किया गया। इस दौरान एक महावीर चक्र, 5 कीर्ती चक्र, 5 वीर चक्र, 7 शौर्य चक्र, 4 सेना मेडल, 130 सेना मेडल समेत 455 पुरस्कार दिए।
जानें क्यों दिया जाता है वायु सेना मेडल
बता दें कि वायु सेना पदक एक भारतीय सैन्य सम्मान है, जिसे सामान्यतः शांति काल में उल्लेखनीय सेवा के लिए दिया जाता है। हालांकि, यह युद्ध काल में भी दिया गया है किन्तु वीर चक्र के समान संख्या में नहीं। यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जाता है।वायु सेना पदक की स्थापना 17 जून 1960 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा की गई थी और 1961 से सम्मान दिए जाने लगे। पिछले एक दशक में ये सम्मान दो विभागों में, वीरता और समर्पण के लिए दिया जाता रहा है।
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