गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर हर साल वीरता पुरस्कारों का ऐलान होता है। बीते वर्ष गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद होने वाले कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि सेना में परमवीर चक्र के बाद महावीर च्रक दूसरा सबसे बड़ा सम्मान होता है। जो अदम्य साहस के परिचय के लिए दिया जाता है।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संतोष बाबू के अलावा गलवान घाटी झड़प में चीनी सेना का डटकर मुकाबला करने वाले कई जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जा सकता है। बता दें कि पिछले साल 15-16 जून की रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में एएलसी पर हुई झड़प में कर्नल समेत भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे।
पत्नी तेलंगाना में हैं डिप्टी कलेक्टर
कर्नल संतोष बाबू तेलंगाना के रहने वाले थे। उनकी शहादत के बाद तेलंगाना सरकार ने उनकी पत्नी को डिप्टी कलेक्टर बनाने का वादा किया था। इसके बाद जुलाई 2020 में तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव संतोष बाबू के घर पहुंचे और उनकी पत्नी को नियुक्ति पत्र सौंपा। साथ ही राज्य सरकार ने उनके परिवार को पांच करोड़ की सहायता राशि और हैदराबाद में एक आवसीय जमीन दी है। कर्नल बाबू के दो छोटे बच्चे थे, जिसमें बेटी की उम्र 8 साल और बेटे की उम्र महज तीन साल है।
आपको बता दें कि सेना में दो स्तर पर मेडल दिए जाते हैं जिसमें से एक युद्ध के दौरान वीरता दिखाने पर और दूसरा शांति के दौरान वीरता दिखाने पर दिया जाता है। सेना में मिलने वाले इन पुरस्कारों में सबसे शीर्ष पर आता है परमवीर चक्र और उसके बाद महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र आते हैं।
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