Anamika Shukla Teacher: आजकल यूपी की अनामिका शुक्ला नाम की महिला चर्चा का विषय बनी हुई है। इस महिला नटवरलाल ने 25 जिलों में एक साथ नौकरी कर एक करोड़ से ऊपर की सैलरी उठाई है। अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है। न तो अनामिका शुक्ला, न अनामिका सिंह और न ही प्रिया सिंह, फर्जी अनामिका शुक्ला का असली नाम सुप्रिया सिंह है।
पूछताछ में इस महिला नटवरलाल ने न केवल अपना नाम गलत बताया, बल्कि पता भी गलत दिया। वहीं रविवार को एसटीएफ आगरा की टीम फर्जी अनामिका शुक्ला से पूछताछ करने पहुंची। दोपहर में करीब दो घंटे पूछताछ करने के बाद सारी जानकारी हासिल की। दोपहर बाद पुलिस द्वारा आरोपी को अदालत में पेश किया गया। जहां से अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
सुबह होते ही अख़बार में अनामिका शुक्ला नाम की एक महिला शिक्षक की तस्वीर छपी और उसका चेहरा चैनलों पर दिखाई दिया। इसी तरह, कायमगंज के राजपालपुर में रहने वाले उनके परिवार के सदस्यों को इसके बारे में पता चला। इसके बाद परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया। जब पुलिस को महिला शिक्षक से परिवार के सदस्यों के मोबाइल नंबर मिले, तो पुलिस ने उसके नाम और पते की जांच शुरू कर दी। कोतवाली प्रभारी सोरों रिपुदमन सिंह ने बताया कि महिला शिक्षक का नाम सुप्रिया सिंह बताया गया है, जो कायमगंज के पास गांव राजपालपुर निवासी महिपाल सिंह की बेटी है। जांच के लिए पुलिस टीम गांव पहुंची।
शासन के निर्देश के बाद एसटीएफ की टीम रविवार दोपहर सोरों कोतवाली पहुंची। यहां एसटीएफ ने कोतवाली में बंद फर्जी शिक्षिका सुप्रिया सिंह से लंबे समय तक पूछताछ की। कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह ने कहा कि एसटीएफ की पूछताछ पूरी होने के बाद, आरोपी शिक्षिका को सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी महिला शिक्षक को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। जिस पर पुलिस उसे जिला जेल ले गई।