कोरोना जैसी भयंकर महामारी के बीच विश्व भर में पूरे वैज्ञानिक इस प्रयत्न में लगे हुए हैं कि जल्दी से जल्दी इस खतरनाक वायरस की वैक्सीन को खोज लिया जाए। इसी कड़ी के में इंग्लैंड में आज से कोविड-19 का संभावित मानव परीक्षण होने जा रहा है। बता दें कि यह वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित की गई है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक (Matt Hancock) ने मंगलवार को इसकी घोषणा की।
“The upside of being the first country in the world is so huge, I’m throwing everything at it.” – @MattHancock announced a £42.5 million investment into ongoing trials to develop a coronavirus vaccine @UniofOxford @imperialcollege. pic.twitter.com/klhI1GeZmw
— UK Prime Minister (@10DowningStreet) April 22, 2020
इस तकनीक पर आधारित है ये वैक्सीन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किए जाने वाले Covid 19 वैक्सीन का कोड नाम ChAdOx1 nCoV-19 है। यूनिवर्सिटी में वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट के अनुसार, यह वैक्सीन अक्टूबर तक उपलब्ध हो जाएगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कोविड-19 के लिए वैक्सीन का परीक्षण मई तक 500 लोगों पर कर लिया जाएगा। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 18 से लेकर 55 साल के लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। बता दें कि यह वैक्सीन एडेनोवायरस वैक्सीन वेक्टर’ तकनीक पर आधारित है।
कैसे विकसित किया गया ये वैक्सीन
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वैक्सीन का नाम ChAdOx1 nCoV-19 रखा गया है। इसे एक ऐसे वायरस से विकसित किया गया, जिसका कोई बुरा असर नहीं होता। यह वायरल वेक्टर वैक्सीन है, जिसे एडेनोवायरस कहा जाता है। इसे महामारी पैदा करने वाले SARS-CoV-2 वायरस की सतह स्पाइक प्रोटीन उत्पन्न करने के लिए मोडिफाई किया गया है। कोरोनो वायरस की पहचान करने और उस पर हमला करने के लिए यह वैक्सीन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
प्रोफेसर गिल्बर्ट ने कहा कि डब्ल्यूएचओ कोविड -19 का वैक्सीन बनाने वाले सभी शोधकर्ताओं के लिए अपनी योजनाओं और निष्कर्षों को साझा करने के लिए एक प्लेटफॉर्म बना रहा है।