Himachal : पूरे देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस वायरस के कारण हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन फिर भी, यह मौत का खेल बंद नहीं हो रहा है। ये वायरस आज दुनिया के लगभग हर देश में दस्तक दे चुका है। वहीं भारत में भी कोरोना से बचने के लिए लॉक डाउन किया गया, इस दौरान लाखों लोग दूसरे राज्यों में फंसे रहे।
अब धीरे-धीरे लोग अपने राज्यों के लिए लौट रहे हैं। कई राज्यों ने बस सेवा भी शुरू कर दी है।वहीं पंजाब, हरियाणा, राजस्थान रोडवेज और निगम ने बसों को हिमाचल भेजने पर सहमति जताई है लेकिन अभी सरकार ने बसें भेजने से मना कर दिया है। कोरोना की बात करें तो हिमाचल में बाहरी राज्यों की तुलना में स्थिति काफी बेहतर है।
ऐसे में सरकार किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती। राज्य सरकार वर्तमान में हिमाचल में ही बसें चला रही है। बाहरी राज्यों में बसों के आने पर प्रतिबंध है। बाहरी राज्यों में कोरोना के अधिक मामले हैं, हिमाचल की स्थिति अभी ठीक है। भले ही कोरोना रोगी हर दिन मिल रहे हैं, लेकिन उससे ज्यादा ठीक भी हो रहे हैं।
वहीं बस चालकों का कहना है कि बसें चलाने से डीजल का खर्च तक नहीं निकल पा रहा है, परिवहन निगम ने पिछले सप्ताह से राज्य में बसें चलाने की मंजूरी दी थी। स्थिति यह है कि इन बसों से डीजल का खर्च तक नहीं निकल पा रहा है। बसें खाली चल रही हैं। सरकार को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, बसों में पांच या सात यात्री बैठ रहे हैं।