Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में लगातार बारिश ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। बारिश आफत बनकर बरसने लगी है, आपदा प्रबंधन विभाग की मानें तो मलबा और भूस्खलन से प्रदेशभर में 171 सड़कें बाधित हैं। वहीं बारिश चारधाम यात्रा में खलल डाल रही है। सड़क बंद होने से यात्रियों को वाहनों में रात गुजारनी पड़ रही है।
उत्तराखंड में मानसून से झमाझम बारिश का दौर जारी है। यह बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है। 2 हफ्तों से लगातार हो रही भारी बारिश से 171 सड़कें बाधित हो गई है, जिस से यातायात ठप होने के साथ-साथ जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। प्रदेश में जगह जगह जलभराव भी देखने को मिल रहा है, जो आमजनमानस के सामने भारी संकट पैदा कर रहा है।
Uttarakhand Weather: 171 सड़कों पर आवाजाही ठप
कुमाऊं चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क समेत टिहरी-हिंडोलाखाल देवप्रयाग-व्यासघाट मोटर मार्ग, कर्णप्रयाग-नौटी पैठाणी मार्ग, सिलक्यारा बनगांव चापड़ा सरोट मार्ग, मोरी-नेटवाड़- सांकरी जखोल मार्ग, सहिया-क्वानू मोटर मार्ग, हरिपुर इच्छा मीनस मार्ग, चकराता लाखामंडल मोटर मार्ग, थल-मुनस्यारी ककरालीगेट ठुलीगाड मार्ग, धूनाघाट-भिंगराड़ा, काठगोदाम-खुटानी देवीधुरा लोहाघाट पंचेश्वर, लोहाघाट-बाराकोट सिमलखेत-काफीखान मनोली आदि सड़क भूस्खलन से बंद चल रहीं है।हालांकि 70 सडकों पर पूर्ण रूप से आवाजाही शुरू कर दी गई है, जिसके बाद प्रदेश में बाधित सड़कों की संख्या 171 रह गई है। जिन्हें खोलने के लिए 200 से अधिक जेसीबी और पोकलैंड मशीनों को लगाया गया है।
चारधाम यात्रा में यात्रियों के सैलाब के बीच रोज बिगड़ता मौसम सरकार को कठिन चुनौतियों में डाल रहा है। वहीं मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें दिशा-निर्देश देते हुए सुरक्षा के साथ सावधानी बरतने को कहा गया है।