PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के तहत देशभर में हो रहे अभिनव पहलों के बारे में अपनी बात साझा की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने नीती-माणा घाटी की महिलाओं का खासतौर पर जिक्र किया। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि भोजपत्र पर दी गई महिलाओं की भेंट उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 103वें एपिसोड से देश को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के चमोली जिले की नीती-माणा घाटी की महिलाओं द्वारा बनाए भीजपत्र के उत्पादन की जमकर तारीफ की। साथ ही प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) ने उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से अपील की थी कि वो यात्रा के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोकल उत्पादों को खरीदें, जिसका असर भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ये प्राचीन विरासत उत्तराखंड की महिलाओं के जीवन में खुशहाली के नए रंग भर रही है।
कार्यक्रम के दौरान पीएम ने कहा कि प्राचीन काल में हमारे शास्त्र और ग्रंथ इन्हीं भोजपत्र पर सहेजे जाते थे। जिसपर आज देवभूमि की महिलाएं बेहद सुंदर स्मृति चिह्न और कलाकृतियां बना रही हैं। वहीं उत्तराखंड सरकार भोजपत्र से नए-नए प्रोडक्ट तैयार करने के लिए प्रशिक्षण देने के साथ भोजपत्र की दुर्लभ प्रजातियों को संरक्षित करने का भी काम कर रही है। मन की बात कार्यक्रम के बाद पीएम ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा “भोजपत्र की प्राचीन विरासत देवभूमि उत्तराखंड की महिलाओं के जीवन में खुशहाली के नए-नए रंग भर रही है। यह बेहद संतोष की बात है कि भोजपत्र से बनी अनूठी कलाकृतियां ना सिर्फ हमारी परंपरा और संस्कृति को संजोने का माध्यम बन रही हैं, बल्कि इससे आर्थिक तरक्की के नए द्वार भी खुल रहे हैं।”
भोजपत्र की प्राचीन विरासत देवभूमि उत्तराखंड की महिलाओं के जीवन में खुशहाली के नए-नए रंग भर रही है। यह बेहद संतोष की बात है कि भोजपत्र से बनी अनूठी कलाकृतियां ना सिर्फ हमारी परंपरा और संस्कृति को संजोने का माध्यम बन रही हैं, बल्कि इससे आर्थिक तरक्की के नए द्वार भी खुल रहे हैं। pic.twitter.com/jDeBSR8ooR
— Narendra Modi (@narendramodi) July 30, 2023
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की कुछ माताओं और बहनों ने जो पत्र मुझे लिखे हैं, वो भावुक कर देने वाले हैं। पीएम ने कहा कि पत्र में महिलाओं द्वारा लिखा है, “उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर रहा ‘भोजपत्र’ उनकी आजीविका का साधन बन सकता है।” साथियों मुझे यह पत्र उत्तराखंड जिले की नीती माणा घाटी की महिलाओं ने लिखा है। ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर माह में मुझे भोजपत्र पर एक अनूठी कलाकृति भेंट की थी।

बता दें 21 अक्टूबर 2022 को पीएम माणा गांव आए थे। तब महिलाओं ने भोजपत्र पर तैयार कलाकृति पीएम मोदी को भेंट की।
