Kotdwar: उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश ने हर जगह अपना कहर बरपाया है। पुल टुटने से लेकर नेशनल हाइवे तक बाधित हुए है। भारी बरसात के कारण अभी तक कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं कोटद्वार भाबर का एक महत्वपूर्ण मालन पुल अचानक भरभराकर टूट गया। जिसके चलते यहां आवागमन पूरी तरह से ठप है।
उत्तराखंड में बारिश रुकने का नाम नही ले रही है। भारी बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे आय दिन दिल दहला देने वाली खबरे सामने आ रही है। कोटद्वार भाबर में भी मालन नदी कई दिनों से अपना रौद्र रूप दिखा रही थी जिसके कारण सुबह अचानक पुल टूट गया। फिलहाल यहां आवागमन पूरी तरह से ठप है, साथ ही भाबर क्षेत्र का कई गांव से संपर्क भी टूट गया है।
लैंसडौन और बैजरो क्षेत्र की 33 सड़कें बाधित
मैदानी और पर्वतीय क्षेत्र में गुरुवार को भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश से जहां एक ओर जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा, वहीं पहाड़ों के दरकने से मलबा आने से सड़कें बाधित रही। बारिश के बाद से दुगड्डा, लैंसडौन और बैजरो की 33 सड़कों पर मलबा आने के कारण आवाजाही बाधित रही। जिससे इन मार्गों से जुड़े दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क कट गया है। लोक निमार्ण विभाग (PWD) की ओर से जेसीबी मशीनें लगाकर बंद मार्गों को खोलने कोशिश की जा रही है।
राज्य में 449 सड़कें बंद
पहाड़ों में हुई बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर उफान पर चल रहा है, अतः मैदानी क्षेत्र में कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। अब तक राज्य में 449 सड़कें बंद हैं। पिछले 24 घंटे में बारिश व आपदा की वजह से 2 लोगों की मौत हुई व एक लापता है, जबकि राज्य में रेल यातायात भी बाधित हुआ है।