Aditya-L1: भारत के पहले सूर्य मिशन Aditya-L1 उपग्रह ने पृथ्वी की कक्षा बदलने का दूसरा चरण पूरा कर लिया है। इससे पहले 3 सितंबर को आदित्य एल1 (Aditya-L1) ने अपनी पहली कक्षा सफलतापूर्वक बदली थी और उसे पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया था।
भारत के पहला सूर्य मिशन Aditya-L1 अपने कामयाबी के मार्ग में तेज़ है। लगातर अपनी दिशा में आगे बढ़ते हुए भारत का सूर्य मिशन सूर्य नमस्कार करने को तैयार। दरअसल, सूर्य मिशन ने अपनी यात्रा का दूसरा चरण भी पूरा कर लिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल जानकारी साझा करते हुए बताया कि, बेंगलुरु स्थित इस्ट्रैक (ISTRAC) सेंटर से आदित्य एल1 के पृथ्वी की कक्षा बदलने का दूसरा चरण सफलतापूर्वक किया गया। इस ऑपरेशन के दौरान मॉरीशस, बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर में ISTRAC/ISRO के ग्राउंड स्टेशनों ने उपग्रह को ट्रैक किया। इसरो ने आगे बताया कि अब आदित्य एल1 की नई कक्षा 282 किमी x 40225 किमी है। तीसरी कक्षा बदलने का अगला अभ्यास (ईबीएन#3) 10 सितंबर 2023 को लगभग 02:30 बजे किया जाएगा।
बता दें इससे पहले 3 सितंबर को Aditya-L1 ने सफलतापूर्वक कक्षा बदल थी और उसे पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया था। Aditya-L1 आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 2 सितंबर सुबह 11.50 मिनट पर सूर्य की यात्रा के लिए रवाना किया गया। यह करीब 4 महीनों बाद अपने उद्देश्य में कामयाब होगा।