Hemkund Sahib: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के प्रमुख तीर्थस्थल गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 11 अक्टूबर 2023 को शीतकाल के लिए विधि विधान से बंद कर दिए जाएंगे। मई में शुरू हुई इस यात्रा में अब तक लाखों श्रद्धालुओं ने गुरूद्वारे के दर्शन किए हैं।
इस वर्ष 20 मई 2023 से हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू हुई थी। यात्रा की शुरुआत से लेकर अब तक 2 लाख 27 हजार 500 श्रदालुओं ने हेमकुंड गुरुद्वारे के दर्शन किए। साथ ही बीच-बीच में बर्फबारी के चलते कई बार यात्रा बाधित हुई। जिसे सुचारु करने के लिए भारतीय सेना के जवान लगातार यात्रा मार्ग पर तैनात रहे। वहीं अब हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष शीतकाल के लिए 11 अक्टूबर को दोपहर एक बजे बंद कर दिए जाएंगे।
ब्रह्मकमल से महकने लगा हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग
Hemkund Sahib: उच्च हिमालयी क्षेत्र में समुद्रतल से लगभग 3000 मीटर – 4800 मीटर तक की ऊंचाई पर खिलने वाले देवपुष्प ब्रह्मकमल से इन दिनों अटलाकोटी से लेकर हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग गुलजार हो रखा है। जो कि अब हेमकुंड जाने वाले यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। वहीं यात्रा मार्ग पर ब्रह्मकमल के साथ अन्य प्रजाति के फूल भी खिले हुए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की खूबसूरती और भी निखर रही है।
हेमकुंड साहिब में सिखों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह ने तपस्या की थी । हेमकुंड साहिब विश्व भर में सबसे ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा है, जो समुद्र तल से 15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस पावन स्थल के पास हिंदू धर्म का एक प्रमुख लक्ष्मण मंदिर है, जो हेमकुंड साहिब की बर्फीली वादियों व हेमकुंड झील के तट पर बसा है। हिमालय की गोद में बसे हेमकुंड साहिब में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।