Coronavirus in Uttarakhand: उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर खुशखबरी सामने आई है। कोरोना वायरस से संक्रमित तीनों इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (IAFS) ऑफिसरों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। तीनो ऑफिसर का इलाज दून मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो जारी कर इस खबर की पुष्टि की है।
मुख्यमंत्री ने वीडियो जारी कर दून मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बधाई दी और कहा कि डॉक्टरों ने अपने कौशल और बुद्धिमता का परिचय दिया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता को आस्वस्त किया कि आवश्यक वस्तुओं की दुकानें की सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक प्रतिदिन खुली रहेंगी। साथ ही चिकन, मटन और अंडा आदि दुकानें भी खुली रहेंगी।
प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के पाँच में से तीन मामले भारतीय वन सेवा आईएफएस प्रशिक्षुओं के थे जो अपने अध्ययन टूर के सिलसिले में स्पेन गए थे। सभी दून मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे। हफ्तों भर चले इलाज के बाद ये तीनो ऑफिसर ठीक हो गए हैं। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी इन तीनों ऑफिसर को 14 दिन तक पृथक वार्ड में निगरानी में रखा जाएगा। जिसके बाद फिर से एक बार इनके सैम्पल जांच के लिए भेजे जाएंगे।
Coronavirus in Uttarakhand: दून अस्पताल कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अब पूरी तरह से कोरोना संक्रमित और कोरोना के संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित कर लिया गया है।इसे देखते हुए अस्पताल में कार्य करने वाले डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों के लिए द्रोण होटल के अलावा चिकित्सा अधीक्षक के पुराने कैंप आवासा को उनके रहने और भोजन इत्यादि की व्यवस्था के लिए रिजर्व किया गया है।
इन सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को यहीं से खाने-पीने का सामान और आराम करने की सुविधा उपलब्ध की जा रही है। कई डॉक्टर और कर्मचारी तो रात को होटल और चिकित्सा अधीक्षक के पुराने आवास में ही रहने को मजबूर हैं। ऐसे में कॉलेज प्रशासन ने भी इस चुनौती से पार पाने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है।