Badrinath Dham: बद्रीनाथ विवादित बयान को लेकर स्वामी अच्युतानंद ने सपा के सचिव स्वामी प्रसाद के खिलाफ तहरीर दी है। अच्युतानंद तीर्थ का कहना है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने जिस तरह का बयान दिया है, उससे हिंदू आस्था को ठेस पहुंची है।
स्वामी अच्युतानंद ने सामजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा दिए गए विवादित बयान के चलते सपा सचिव के खिलाफ तहरीर दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान से हिंसा भड़क सकती है। स्वामी अच्युतानंद ने बद्रीनाथ को प्राचीन बौद्ध मठ बताने वाले स्वामी प्रसाद के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है। स्वामी का कहना है कि उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री ने जिस तरह का बयान दिया है उससे हिंदू आस्था को ठेस पहुंची है।
बता दें कोतवाली पुलिस को दिए तहरीर में स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने बताया कि 28 जुलाई को स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था कि 8वीं शताब्दी तक बद्रीनाथ बौद्ध मठ था उसके बाद यह बद्रीनाथ धाम हिन्दू तीर्थ स्थल बनाया गया, यही सच है।
आखिर मिर्ची लगी न, अब आस्था याद आ रही है। क्या औरों की आस्था, आस्था नहीं है? इसलिए तो हमने कहा था किसी की आस्था पर चोट न पहुँचे इसलिए 15 अगस्त 1947 के दिन जिस भी धार्मिक स्थल की जो स्थिति थी, उसे यथास्थिति मानकर किसी भी विवाद से बचा जा सकता है। अन्यथा ऐतिहासिक सच स्वीकार करने के…
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) July 28, 2023
क्या है मामला
सामजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने उत्तराखंड के पवित्र धार्मिक स्थल बद्रीनाथ धाम को बौद्ध मठ बताया था। मौर्य ने अपने बयान में कहा था कि बद्रीनाथ 8वीं सदी तक बौद्ध धर्म स्थल था, जिसके बाद बौद्ध मठ को खत्म करके वहां बद्रीनाथ मंदिर बनाया गया। बता दें इस से पहले भी पवित्र ग्रन्थ रामचरितमानस पर भी मौर्य ने विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने महाकाव्य रामचरितमानस के कुछ प्रसंगों में वर्णवादी सोच और भेदभावपरक वर्ण व्यवस्था के समर्थन वाले शब्दों को हटाने की मांग की थी। स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान से उत्तराखंड में चौतरफा विरोध देखने को मिल रहा है।
स्वामी मौर्य पर सीएम ने किया था कटाक्ष
स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कटाक्ष करते हुए समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा था । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि बदरीनाथ धाम दुनिया भर के लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है और (सपा नेता) द्वारा दिया गया बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि वह जिस गठबंधन का हिस्सा हैं, उनके लिए ऐसे बयान देना स्वाभाविक है।
सीएम ने मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा था कि कम से कम स्वामी प्रसाद मौर्य को ऐसे बयान देने से पहले ध्यान देना चाहिए क्योंकि उनके नाम के आगे स्वामी है। और महागठबंधन के एक सदस्य के रूप में सपा के एक नेता की ओर से दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है। वहीं सीएम ने कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि सपा के सर्वोच्च नेता की पत्नी श्रीमती डिंपल यादव जी जो उत्तराखण्ड की बेटी हैं, मैं चाहूंगा कि वे ऐसी विघटनकारी सोच रखने वाले अपनी पार्टी के नेता को अवश्य जवाब दें।
विश्व के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के केंद्र बिंदु एवं चार धामों में से एक भू बैकुण्ठ श्री बदरीनाथ धाम के अस्तित्व पर @samajwadiparty के नेता द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी की मैं घोर निन्दा करता हूं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 28, 2023
समाजवादी पार्टी के सर्वोच्च नेता की पत्नी श्रीमती डिंपल यादव जी जो उत्तराखण्ड… pic.twitter.com/3N7ojcLmnc