Nainital lake: लॉकडाउन के चलते लोग घरों में बंद हैं, सड़कें खाली हैं, कारखाने बंद हैं और आसमान एकदम गहरा नीला रंग बिखेर रहा है। देश भर में वायु प्रदूषण 20 साल के सबसे निचले स्तर पर है। जीवन दायनी गंगा और यमुना नदी के पानी में 40 फीसदी तक प्रदूषण में कमी आई है।
लॉकडाउन ने बीते 30 दिनों में हमें प्रकृति के वो रंग दिखा दिए हैं, जो दशकों से प्रदूषण की परत के नीचे कहीं दबे थे। इसी कड़ी में उत्तराखंड की ‘झीलों की नगरी’ नैनीताल में भी लॉकडाउन का सकारात्मक असर देखने को मिला है।
अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वविख्यात नैनीताल सालभर पर्यटकों से खचाखच भरा रहता है। नैनी झील में दिनभर बोटिंग चलती है, सड़कों पर गाड़ियों का जाम लगा होता है और शाम ढलते ही मॉल रॉड पर पर्यटकों की हलचल बढ़ जाती है।
लेकिन लॉकडाउन के दौरान ये सब थमने के बाद नैनीताल को फिर एक बार सांस लेने का एक मौका मिल गया है। इस दौरान यहां नैनी झील का पानी इतना साफ हो गया है कि 20 फ़ीट तक गहरे पानी में मछलियों की हलचल को देखा जा सकता है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ. अजय रावत ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से नैनीताल की जैव विविधता, सौंदर्य और विशेष रूप से नैनी झील पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। पानी की पारदर्शिता बढ़ गयी है और प्रदूषण काफी हद तक कम हो गया है।

उन्होंने बताया कि पहले नैनी झील में मछलियों की हलचल केवल 7 फ़ीट तक दिखाई देती थी, लेकिन लॉकडाउन के दौरान 25 फ़ीट तक भी दिखने लगे गयी है।
Nainital lake : सोशल मीडिया पर नैनीताल की तस्वीरें और वीडियो वायरल
वहीं, नैनीताल के फोटोग्राफर अमित साह ने अपने फ़ेसबुक पेज पर लॉकडाउन के दौरान नैनीताल की खूबसूरत तस्वीरें और वीडियो शेयर की है। उन्होंने नैनी झील की एक वीडियो शेयर की है, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। वीडियो को अब तक 10 लाख (1 मिलियन) से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं।
नैनीताल की झील पर लॉकडाउन के इस असर को देखकर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कमल पांडे लिखते हैं, “बहुत सुंदर। इस धरती में सभी जीव जंतुओं को जीने का अधिकार है। आपके द्वारा ली गई तस्वीर इसी सत्य को दर्शाती है।”
तो वहीं एक यूजर लिखती हैं, “कुदरत इशारा कर रही है कि अभी भी वक़्त है संभल जाओ। पॉल्युशन मत फैलाओ।”