कोरोना महामारी के खिलाफ इस जंग में अनगिनत ‘कोरोना योद्धा’ हमारे लिए ढाल बनकर खड़े हैं। इस दौरान सोशल मीडिया पर इन योद्धाओं की कई भावुक कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। ये तस्वीरें इन योद्धाओं के कर्तव्यनिष्ठ, समर्पण और त्याग के भाव को दर्शाती है। इस मुश्किल घड़ी में भी इन्होंने व्यक्तिगत जीवन से ज्यादा महत्व अपने कर्तव्य को दिया है। ऐसी ही एक उदाहरण पेश किया है उत्तराखंड पुलिस के जवान नरेंद्र ने, जिन्होंने परिवार से पहले खाकी वर्दी को चुना है।
नरेंद्र रावत देहरादून में प्रेमनगर थाने में तैनात हैं। उन्हें कुछ समय पहले पिता बनने की खुशखबरी मिली थी। हर पिता की तरह उनका भी मन था कि वे अपने बच्चे के साथ कुछ पल बिता सकें। मगर उन्होंने कोरोना महामारी के इस संकट में देश सेवा को आगे रखा है। नरेंद्र फोन पर ही अपनी पत्नी और बच्चे की कुशलक्षेम पूछ लेते हैं।
उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया पर नरेंद्र की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, “उत्तराखंड के जवान नरेंद्र रावत ने पारिवारिक दायित्वों को वरीयता न देकर इस मुश्किल घड़ी में गरीब-जरूरतमंदों की सेवा करने की ठानी है।”