Uttarkhand: देहरादून के थाना डालनवाला में राज्य का पहला बाल मित्र पुलिस थाना शुरू हो गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस बाल मित्र पुलिस थाने का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए एक करोड़ रुपये के राहत कोष की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा ” बाल मित्र पुलिस थाना पुलिस का एक महत्वपूर्ण सुधारात्मक कदम होगा। बच्चों को जिस माहौल में ढालना चाहें वह उसी माहौल में ढल जाते हैं। इसलिए बच्चों को बेहतर माहौल मिलना जरुरी है। बाल मित्र थाने में लोगों को यह लगना चाहिए कि बच्चों के संरक्षक आ रहे हैं। जो बच्चे अनजाने में दिशा भटक गए हैं, उन्हें इस थाने के माध्यम से सही दिशा दी जा सकती है।”
पीड़ित, आगंतुक या किसी घटना से जुड़े बच्चे जब थाने में आते हैं तो वह डर जाते हैं। उनके मन से यही बात निकालने के उद्देश्य से बाल मित्र पुलिस थाना बनाया गया है। इससे थाने के नाम से बच्चों के मन में जो भय रहता है, वह दूर होगा। यहां बच्चों की बहुत ही प्यार से काउंसलिंग भी की जाएगी। प्रदेश के सभी जनपदों के एक-एक थाने में बाल मित्र थाना बनाए जाएंगे और यह प्रयोग सफल होने पर सभी थानों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
बच्चों को यहां घर जैसा माहौल देने का प्रयास किया जाएगा। यहां उन्हें खेलने, पढ़ने आदि की सुविधा मिलेगी। आवश्यकता पड़ने पर काउंसलिंग की जाएगी। बच्चों को बेहतर माहौल देने के लिए थाने की दीवारों पर कार्टून और परिसर में खेल के सामान भी रखे गए हैं। थाने में बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए प्रेरक प्रसंग वाली पुस्तकें भी उपलब्ध होंगी। साथ ही इस कमरे में पुलिस कर्मी सादे वस्त्रों में मौजूद रहेंगे, ताकि उन्हें देखकर बच्चे डरने की बजाय आराम से बैठ सकें।
इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बडथ्वाल, सचिव विनोद रतूड़ी, डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग, डीएम आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी डॉ. वाईएस रावत आदि मौजूद रहे।