उत्तराखंड के मंगलोर में एक ट्रक की टक्कर से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। तीनों की मौत पर परिवार में शोक छा गया। जहां दुर्घटना ने कुलदीप की पत्नी के साथ घर के इकलौते चिराग को बुझा दिया, वहीं भाभी की मौत से दो बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया। हादसे की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया। वहीं परिवार के सदस्यों का भी रो-रो कर बुरा हाल है।
कुलदीप, जो अपनी पत्नी और बेटे के साथ रुड़की से बाइक से घर आ रहा था, उसे इस बात का बिल्कुल भी इल्म नहीं था कि उसके साथ ऐसी घटना होगी। पत्नी के साथ इकलौते बेटे की मौत के कारण कुलदीप बिखर गया है। उसी समय, भाई की पत्नी की मृत्यु के साथ, उनके दोनों बच्चों के सिर से ममता का आंचल छीन गया।
जैसे ही यह खबर गांव में पहुंची, परिवार के सदस्यों में चीख-पुकार मच गई। पूरा गाँव ढांढस बाँधने के लिए घर पहुँचा, सभी को यही कहते हुए देखा गया कि ऊपर वाला किसी दुश्मन के साथ ऐसा ना करे।
बता दें कि मंगलौर के रहने वाले कुलदीप अपनी पत्नी पूनम और डेढ़ साल के बेटे सागर के साथ किसी काम से शनिवार सुबह रुड़की आए थे। तीनों दोपहर में बाइक से घर लौट रहे थे। इस बीच, रोडवेज बस स्टैंड के पास, उसके भाई संदीप की पत्नी मीनाक्षी अपने दो बच्चों चिंकी और किरण के साथ घर जाने के लिए सवारी की प्रतीक्षा कर रही थी। अपनी भाभी को देखकर कुलदीप ने बाइक रोक दी और तीनों को बैठा लिया।
इसके बाद उसी बाइक पर सभी लोग मंगलौर की ओर चल पड़े। जैसे ही वे कस्बे में एसबीआई शाखा के सामने पहुंचे, पीछे से आ रहे एक अनियंत्रित ट्रक ने टक्कर मार दी। इसके कारण बाइक फिसल कर सड़क पर गिर गई। हादसे में कुलदीप की पत्नी पूनम और बेटे सागर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कुलदीप , उसकी भाभी के दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।