देहरादून: राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) उत्तराखंड की एक टीम , मंगलवार को राजस्थान के कोटा में लॉक डाउन के बीच फंसे 411 छात्रों को वापस लाया।आपको बता दें कि लॉक डाउन के बाद से राजस्थान के कोटा शहर में उत्तराखंड के बहुत सारे छात्र फंस हुए थे।कोटा में ये सभी छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग ले रहे थे। इन छात्रों को वापस लाने के लिए सरकार पर बहुत दबाव था।
एसडीआरएफ के एक प्रेस बयान के अनुसार, 19 अप्रैल को 39 एसडीआरएफ कर्मियों का एक दल आगरा के लिए रवाना हुआ। यात्रा के लिए राज्य परिवहन की दो बसें बुक की गई थीं। प्रशासनिक कारणों के चलते, कोटा से आने वाले छात्रों के लिए बसों का स्टेजिंग एरिया आगरा के बजाय मथुरा में बनाया गया था।एसडीआरएफ की टीम दोपहर 3:30 बजे मथुरा पहुंची।
बयान में कहा गया है, “छात्रों ने रात में कोटा से मथुरा पहुंचना शुरू कर दिया। सभी छात्र छात्राओं का मेडिकल परीक्षण किया गया। सामाजिक दूरी सुनिश्चित की गई। बस में सवार होने से पहले छात्रों के बीच मास्क और सैनिटाइजर बांटे गए।”
अगले दिन, पहली बस सुबह 5:00 बजे मथुरा से हल्द्वानी के लिए रवाना हुई और आखिरी बस 2 बजे ऋषिकेश के लिए रवाना हुई। कुल 411 छात्रों को उत्तराखंड लाया गया। 262 छात्रों को हल्द्वानी लाया गया और 149 छात्रों को ऋषिकेश लाया गया।
कोटा से उत्तराखंड आने वाले सभी छात्रों को क्वारंटीन कर दिया गया है। अभियान में शामिल सभी एसडीआरएफ कर्मियों को हल्द्वानी और देहरादून में क्वारंटीन किया गया है।पूरी प्रक्रिया कमांडेंट एसडीआरएफ, तृप्ति भट्ट के मार्गदर्शन में आयोजित की गई थी।वहीं अब भी कई लोग देश के अन्य हिस्सों में फंसे हुए हैं।