वर्ष 2018 में शुरू किया गया सर्वाइवल और वॉर गेम PUBG, शुरुआती दिनों से लगातार विवादों में रहा है। हालाँकि इस खेल की लोकप्रियता भी बहुत अधिक है और पिछले कुछ महीनों में कोरोना वैश्विक महामारी के कारण लॉकडाउन ने इसकी लोकप्रियता में वृद्धि की है । PubG ने लॉकडाउन में लोगों का टाइमपास कराया, यही वजह है कि इन दिनों इसकी लोकप्रियता सातवें आसमान पर है।
दरअसल, गुरूवार को आए एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि पंजाब के एक 17 वर्षीय किशोर ने पबजी गेम के अंदर 16 लाख रूपए की खरीददारी की है। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। मिली जानकारी के मुताबिक, किशोर ने पबजी गेम में अपने माता-पिता के एकाउंट से 16 लाख रूपए खर्च कर दिये। बताया जा रहा है कि ये परिवार पंजाब के खागर का रहने वाला है। किशोर के पिता ने ये पैसे चिकित्सकीय खर्च के लिए जमा किए थे और ये उनकी पूरी जिंदगी भर की जमा पूंजी थी। पिता के जिंदगी भर की कमाई को बेटे ने एक झटके में साफ कर दिया।
प्रतिष्ठित वेबसाइट Tribune India की एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया कि माता पिता के तीन बैंक एकाउंट तक किशोर की पहुंची थी। इन बैंक एकाउंट के पैसों को किशोर अपने पबजी गमे को अपग्रेड करने के लिए इस्तेमाल करता था। रिपोर्ट के मुताबिक 17 वर्षीय किशोर ने न सिर्फ अपने लिए बल्कि अपने दोस्तों के लिए भी खरीदारी की है। इस बात की भनक माता-पिता को तब लगी, जब वे बैंक में एकाउंट स्टेटमेंट लेने पहुंचे थे। 16 लाख रूपए एकाउंट से गायब देख माता-पिता हक्के बक्के रह गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नाबालिग के पिता एक सरकारी कर्मचारी हैं और वे काफी बीमार रहते हैं। पिता ने नाम के खुलासे न करने के शर्त पर ट्रिब्यून इंडिया को ये जानकारी दी कि ‘बेटा उसकी मां के साथ रहता था जबकि उनकी नौकरी की पोस्टिंग कहीं दूसरे जगह थी।’ पिता ने यह भी बताया कि ‘उसने पैसों के खर्च के लिए अपनी मां के मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया है, इतना ही नहीं नाबालिग ने बैंक से आने वाले पैसों के डेबिट राशि के संदेशों को मिटा दिया।’
नाबालिग के माता-पिता को लगता था कि उनका बेटा ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करता था। दूसरी तरफ बेटा अपने ही घर की लंका लगाने में लगा हुआ था। इस घटना के बाद युवक को एक रिपेयरिंग की दुकान में काम पर लगा दिया गया है ताकि वो पबजी गेम पर अधिक समय न बिता पाए और उसकी बुरी लत छूट सके। इस मामले में पिता का कहना है कि अब मैं अपने बेटे को घर में खाली बैठने बिल्कुल भी नहीं दे सकता और ना ही ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन दे सकता हूं।