भारत को कई सफल पर्वतारोही देने वाला विश्व प्रसिद्ध नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) ने गंगोत्री क्षेत्र की चार अनाम व पहले कभी न चढ़ी गई चोटियों को एक साथ फतह करके अपना नाम लिम्का बुक ऑफ इंडिया रिकॉर्ड (Limca book of India Records) में दर्ज कराकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस अभियान का नेतृत्व स्वयं निम के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने किया। बता दें कि इस संस्थान को 14 नवंबर 1964 को स्थापित किया गया था। जो कि भारत के प्रमुख पर्वतारोहण संस्थानों में से एक है।
2018 में दिया था अभियान को अंजाम
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते दो साल पहले उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री घाटी में स्थित 6566 मीटर, 6557 मीटर, 6126 मीटर और 6086 मीटर ऊंची चार अनाम व कभी न चढ़ी गई चोटियों पर NIM के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में पर्वतारोही टीम ने तिरंगा फहराया था। जिसके बाद संस्थान का नाम लिमका बुक ऑफ इंडिया रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। इसका सर्टिफिकेट कुछ दिनों पहले ही संस्थान के अधिकारियों को मिला है। आपको बता दें कि निम और उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त तत्वाधान में अक्टूबर 2018 को पर्वतारोहण अभियान किया गया था।
Guinness World Records के लिए भी भेजेंगे नाम
NIM के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने IMF (Indian Mountaineering Foundation) से इस अभियान की जानकारी जुटाकर इसका परीक्षण किया था। जिसके आधार पर बीते कुछ दिन पहले ही इस रिकॉर्ड को दर्ज कर संस्थान को प्रमाण पत्र सौंपा गया है।
उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा अब इस अभियान को गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए भेजा जाएगा। इसके अतिरिक्त 2019 में गंगोत्री क्षेत्र में किये गए मुम्बा पीक अभियान को भी लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए भेज गया है। जिसका परिणाम जल्द ही आ जायेगा।