India China Standoff: भारत-चीन विवाद को देखते हुए उत्तराखंड के पास चमोली से सटे चीन सीमा क्षेत्र में सेना और आईटीबीपी मुस्तैद हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लद्दाख में बढ़ते तनाव को देखते हुए, दो सप्ताह पहले ही बड़ी संख्या में सेना के जवान सीमा क्षेत्र में चले गए थे। वहीं मंगलवार रात को सेना के कुछ वाहनों को मलारी से जोशीमठ की ओर आते देखा गया। इलाके में सेना की आवाजाही भी सामान्य है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सीमा पर सब कुछ ठीक है।
एसडीएम जोशीमठ अनिल चन्याल ने कहा है कि सीमा क्षेत्र में सब कुछ सामान्य है। आईटीबीपी द्वारा न तो स्थानीय लोगों की आवाजाही को रोका गया है और न ही बुग्याल में पहुंचे भेड़ पालकों को वापस भेजने के बारे में कोई बात की गई है।
उत्तरकाशी जिले में हर्षिल से करीब 120 किलोमीटर आगे चीन की सीमा है। सीमावर्ती गांव नेलांग और जादुंग वर्ष 62 के युद्ध के दौरान ही खाली हो गए थे। यहां नेलांग घाटी में आइटीबीपी और सेना तैनात है। साथ ही अलर्ट मोड में है। सूत्रों की मानें तो इन क्षेत्रों में आम लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित है। चमोली जिले में जगराऊ, बाड़ाहोती आदि क्षेत्र भी चीन सीमा के निकट है। इस क्षेत्र में भी सेना और आइटीबीपी तैनात है। इन इलाकों में भी आमजनों की आवाजाही प्रतिबंधित है।
पिथौरागढ़ में चीन सीमा के नाभीढांग से लिपुपास तक आठ किमी के दायरे में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ITBP के साथ, भारतीय सेना ने भी इस क्षेत्र में गश्त शुरू कर दी है। हालांकि, फिलहाल यहां तनाव की स्थिति नहीं है। वहीं भारत नेपाल सीमा भी हाई अलर्ट पर है और सीमा पर पहले से ही गश्त की जा रही है।