इस वक्त पूरे देश में कोविड-19 के चलते हर कोई मास्क का उपयोग कर रहा है। कोई रीयूसेबल मास्क पहन रहे हैं तो कोई सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन शहर में अक्सर इधर-उधर यह सर्जिकल मास्क पढ़े हुए मिल ही जाते हैं जो कि इस महामारी के दौर में एक बड़ी समस्या बन गए हैं। घरों से निकलने वाले कूड़े में भी यह मास्क मिल रहे हैं। देहरादून नगर निगम प्रशासन ने करगी चौक पर कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर कूड़े के ढेर से बच्चों की ओर से मास्क इकट्ठा करने के लिए डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में लगी चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया।
घर-घर से कचरा लेकर आ रही गाड़ियों में से मास्क अलग करने चाहिए थे लेकिन कंपनी ने इसे नजरअंदाज किया। जिसके बाद निगम प्रशासन ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की। वहीं नगर निगम के वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. आरके सिंह ने कारगी में कचरा स्थानांतरण स्टेशन का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने बच्चों को कूड़े के ढेर से मास्क इकट्ठा करते हुए पाया।
कंपनी को चेतावनी दी गई
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर, उन्होंने इसकी सूचना नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे को दी। जिस पर नगर आयुक्त ने कंपनी पर एसओपी और कोविड -19 की महामारी अधिनियम के तहत 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। जल्द व्यवस्था दुरुस्त न करने पर नगर आयुक्त ने कंपनी को सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।