शुक्रवार 15 मई को प्रातः 4.30 पर पूरे विधि विधान के साथ भगवान विष्णु के परम धाम बद्रीनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे। बता दें कि पूर्व निर्धारित समय के अनुसार बद्रीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाने थे, लेकिन देश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए कपाट खुलने की तिथि में बदलाव किया गया था।
इस बार कपाट खुलने के दौरान पुजारी समेत सिर्फ 28 लोग मौजूद होगें। चमोली जिला प्रशासन ने इन लोगों की सूची तैयार कर ली है। हालांकि, इस बार कपाट खुलने के समय श्रद्धालुओं की मौजूदगी नहीं होगी।
चमोली जिले की DM स्वाति भदौरिया ने बताया कि कपाट खुलने के समय बद्रीनाथ धाम में मुख्य पुजारी, धर्माधिकारी और अपर धर्माधिकारी समेत 28 लोगों की मौजूदगी रहेगी। इस दौरान मंदिर परिसर में उचित सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। साथ ही मास्क पहनना भी जरूरी होगा।
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने का कार्यक्रम:
मंगलवार,12 मई को पूरे विध विधान के साथ गाड़ू घड़ा तेल कलश यात्रा डिम्मर से भगवान विष्णु के परम धाम बदरीनाथ के लिए रवाना हो गई है। 14 मई को जोशीमठ, पांडुकेश्वर से होते हुए यात्रा बदरीनाथ पहुंचेगी जहां 15 मई को कपाट खुलने के बाद तेल कलश गर्भ गृह में पहुंचेगा।
बता दें कि, 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर पूरे विधि विधान के साथ खोल दिए गए थे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केदारनाथ धाम में पुजारी समेत सिर्फ 16 लोग उपस्थित थे।