पहाड़ों में सड़क पर हादसे होना जैसे एक आम बात हो गई है। लगभग हर दिन कहीं ना कहीं से कोई ना कोई दुख भरी खबर सामने आ ही जाती है। कभी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, तो कभी अनियंत्रित होकर पहाड़ी से नीचे गिर जाते हैं और बाकी कसर पहाड़ों में अचानक होता भूस्खलन पूरा कर देता है, न जाने कितने लोगों को इन हादसों में अपनी जान गंवानी पड़ती है। वहीं उत्तराखंड के चमोली में नारायणबगड़-परचल-चोपता मोटर मार्ग पर एक पहाड़ी से गिर रहे मलबे की चपेट में आकर दो युवक खाई में गिर गए। मौके पर मौजूद लोगों की मदद से उन्हें सीएचसी ले जाया गया, जहां एक युवक की मौत हो गई। वहीं घायल युवक को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
राजस्व उप निरीक्षक नारायणबगड़ अरविंद कुंवर ने कहा कि सुधार कार्य के कारण नारायणबगड़-परचल-चोपता मार्ग बंद था। सोमवार सुबह लोग इसके खुलने का इंतजार कर रहे थे। करीब साढ़े नौ बजे पहाड़ी अचानक टूट गई और मलबा वहां मौजूद लोगों पर गिर गया।
मलबे की चपेट में आने से दो युवक गहरी खाई में गिर गए। काफी प्रयास के बाद मौजूद लोगों ने युवकों को गहरी खाई से निकाला और सीएचसी नारायणबगड़ ले गए। यहां मुकेश रावत (27) पुत्र अर्जुन सिंह रावत ग्राम-चोपता की मृत्यु हो गई
गंभीर रूप से घायल नरेश लाल (44) पुत्र कमला लाल ग्राम-डुंगरी को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम केएस नेगी, थानाध्यक्ष डीएस पंवार, और नायब तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। मृतक और घायल के परिजनों ने कार्यदायी संस्था पर लापरवाही का आरोप लगाया। एसडीएम ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी।