देश मे लॉकडाउन के बावजूद दूसरे राज्यों में रह रहे उत्तर प्रदेश के लोग बड़ी संख्या में वापस राज्य में लौट रहे हैं। ऐसे में, कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश जारी किया कि वे पिछले तीन दिनों में देश के अन्य राज्यों से आये लगभग एक लाख लोगों को कोरंटीन में रखा जाय।
राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले तीन दिनों में एक लाख लोग दूसरे राज्यों से यूपी आए हैं। उनके नाम, पते और फोन नंबर जिला मजिस्ट्रेटों को उपलब्ध कराए गए हैं और उनकी निगरानी की जा रही है।
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बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि इन लोगों को कोरंटीन में रखा जाए और उनके भोजन और अन्य दैनिक जरूरतों को पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य में कोई भी लॉकडाउन के दौरान भूखे नहीं रहना चाहिए।”
योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को सप्लाई चेन को मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए।
इससे पहले, सीएम योगी ने यूपी की जेलों में बंद करीब 11 हजार बंदियों को 8 सप्ताह के लिए पैरोल या बेल पर छोड़ने का निर्णय लिया। यह कार्रवाई तत्काल शुरू की जा रही है। इसमें 8500 विचाराधीन और 2500 सिद्धदोष बंदी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यह लॉकडाउन लोगों के स्वास्थ्य और उनके भविष्य के लिए बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इसका पालन करना जरूरी है। क्योंकि जरा सी लापरवाही इस देश में भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। दुनिया के जिन देशों ने थोड़ी भी लापरवाही की है वहां की स्थिति हम आज देख सकते हैं।
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