School Fees : देशभर के निजी स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि को लेकर अभिभावकों में आक्रोश काफी बढ़ गया है।
इसी क्रम में चंडीगढ़ सेक्टर -52 निवासी अतुल वोहरा ने सरकार को पत्र लिखकर किडनी बेचने की अनुमति मांगी है, ताकि वे अपने बच्चों की फीस का भुगतान कर सकें। चंडीगढ़ प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से अभिभावकों को न्याय दिलाने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है।पत्र में सेक्टर -52 निवासी अतुल वोहरा ने लिखा है कि उनका बेटा सेक्टर -44 के एक निजी स्कूल में पढ़ता है। तालाबंदी के कारण उसकी नौकरी चली गई है। इसके कारण उनका वेतन भी रुक गया है, जिससे घर चलाना मुश्किल हो गया है।
School Fees : फैमिली कोर्ट में केस चल रहा
स्कूल उस पर पूरी फीस देने का दबाव बना रहा है, जो कि 32000 रुपये है। उसने लिखा कि घर का किराया और किश्तों का भुगतान करना मुश्किल हो गया है। अतुल के पत्र के अनुसार, ‘मेरे परिवार में पांच सदस्य हैं। मैं अपनी मां की पेंशन पर रह रहा हूं। फैमिली कोर्ट में केस चल रहा है और उस केस में वकील की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं हैं। वोहरा ने लिखा कि कानून को बदल दिया जाना चाहिए और कानूनी तौर पर किडनी बेचने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि वे पैसे जमा कर सकें और फीस का भुगतान कर सकें।
वोहरा ने अपने पत्र में लिखा कि फीस को लेकर निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं। स्कूलों के खिलाफ विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गृह मंत्रालय के आदेशों के बाद नियामक प्राधिकरण का गठन करने वाली फीस पर भी कोई काम नहीं हुआ।