कोरोना के आक्रमण से देश की अर्थव्यवस्था मंदी की स्थिति में है। यह चिंता का विषय है, लेकिन साथ ही इस वजह से, वातावरण शुद्ध हो गया है क्योंकि कई प्रकार के विषाक्त पदार्थों का उत्सर्जन कम हो गया है। इनमें से सबसे प्रमुख कार्बन डाइऑक्साइड है।
अर्थव्यवस्था में मंदी के अलावा, कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ 2) के स्तर में कमी का मुख्य कारण कोरोनोवायरस संक्रमण के मद्देनजर लागू किया गया देशव्यापी लॉकडाउन है।
इस मामले के बारे में सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREEA) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 1982 के बाद पहली बार, वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल मार्च के महीने में, CO2 के उत्सर्जन में 15 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि अप्रैल में इसका स्तर 30 प्रतिशत तक गिरने का अनुमान है।