भारत के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल CRPF ने गुरुवार 26 मार्च को घोषणा की है कि हर जवान कोरोनवायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष में अपने एक दिन के वेतन का योगदान देंगे। आप को बता दें कि CRPF में 3.5 लाख से अधिक जवान कार्यरत हैं।
गृह मंत्रालय के तहत सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में से एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने सरकार को मदद देने के लिए कदम उठाने की पहल की है। CRPF ने 33.81 करोड़ रुपये Covid-19 राहत पैकेज में देने की घोषणा की, जिससे समाज के कमजोर वर्गों की रक्षा की जा सके।
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अर्ध सैनिक बल के एक अधिकारी ने बयान में कहा, “CRPF कर्मियों ने प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष में एक दिन के वेतन का एक विनम्र योगदान देने का फैसला किया है। हम COVID-19 के संक्रमण को रोकने के लिए इस चुनौतीपूर्ण समय में अपने राष्ट्र के साथ मजबूती से खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सेवा और निष्ठा के अपने उद्देश्य के साथ CRPF हमेशा तत्पर है।’’
जम्मू और कश्मीर और माओवाद प्रभावित राज्यों में आंतरिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए बाध्य बल के अधिकारी ने आगे कहा, “यह एक सर्वसम्मत निर्णय है और इसके कर्मियों द्वारा एक ईमानदार प्रयास है। यह तय किया गया कि सीआरपीएफ के कर्मचारी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में एक दिन के वेतन का योगदान करेंगे। प्रयास किया गया कि तुरंत योगदान किया जाए और इसका खुलासा नहीं किया जाए।”
अर्धसैनिक बल ने जल्द ही घोषणा की कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 1.7 लाख करोड़ रुपयेे के राहत पैकेज की घोषणा की। जिससे प्रवासी श्रमिकों और ग्रामीण गरीबों और महिलाओं को लाभ होगा। इस राहत पैकेज की घोषणा सम्पूर्ण लॉकडाउन के दो दिन बाद की गई।
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